Category: Baby food Recipes

गाजर का प्यूरी - शिशु आहार - बनाने की विधि

By: Salan Khalkho | 9 min read

Beta carotene से भरपूर गाजर छोटे शिशु के लिए बहुत पौष्टिक है। बच्चे में ठोस आहार शुरू करते वक्त, गाजर का प्यूरी भी एक व्यंजन है जिसे आप इस्तेमाल कर सकते हैं। पढ़िए आसान step-by-step निर्देश जिनके मदद से आप घर पे बना सकते हैं बच्चों के लिए गाजर की प्यूरी - शिशु आहार। For Babies Between 4-6 Months

गाजर का प्यूरी (Carrot Purée) शिशु आहार baby food

बच्चों में ठोस आहार शुरू करने के लिए गाजर का प्यूरी एक बेहतरीन विकल्प है। यह प्राकृतिक रूप से मीठा और इसका texture बच्चों को बहुत पसंद आता है। इसे बनाना भी बहुत आसान है। 

गाजर में antioxidant Beta Carotene, फाइबर, पोटैशियम, विटामिन K और विटामिन A मिलता है।  

गाजर उन आहारों में से हैं जो शिशु के पहले आहार के रूप में दिया जा सकता है। चूँकि गाजर का प्यूरी मीठा होता है, यह बच्चों को पसंद बहुत आता है। यह 6 to 12 month baby के लिए उपयुक्त है। 

गाजर का प्यूरी से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारी 

  • बच्चे का उम्र: 6 माह से ऊपर के बच्चों के लिए
  • पौष्टिक तत्त्व:  Antioxidant beta कैरोटीन, फाइबर, पोटैशियम, विटामिन K और विटामिन A 
  • सावधानी बरतें: कुछ भी नहीं 

 

सामग्री (Ingredient)

  • 1 माध्यम आकार का गाजर
  • 1 कप दूध

गाजर का प्यूरी - शिशु आहार - बनाने की विधि

  1. गाजर को छील के छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
  2. गाजर को उबाल लें या भाप (steam) दें जब तक की गाजर मुलायम न हो जाये। अगर आप कुकर में गाजर को उबाल रहें हैं तो दो सिटी में गाजर मुलायम हो जायेगा। जिसमे इडली बनाते हैं उसमे भी आप गाजर को भाप में पका सकते हैं।  
  3. जब गाजर उबाल जाये तब इसको एक मिक्सी या blender में ले लें। 
  4. इसमें एक कप दूध डालें।
  5. मिश्रण को तब तक blend करें जब तक की गाजय अच्छी तरह पीस न जाये और एक दम मुलायम न हो जाये। 
  6. अगर गाजर की प्यूरी बहुत गाहड़ा बना है तो आप इसको आवश्यकता के अनुसार पानी मिला के पतला कर सकते हैं। 

गाजर में पोषक तत्त्व

  • 100gm गाजर में 41 kcal पाया जाता है।
  • गाजर में प्रचुर मात्रा में beta-carotene होता है जो शरीर में vitamin A में बदल जाता है। 
  • गाजर शरीर प्रतिरोधक छमता बढ़ाता है (strengthens natural immune system)। 
  • गाजर में अच्छी मारा मैं फाइबर भी होता है जो बच्चे को कब्ज से बचता है। इसके साथ ही गाजर से बच्चों को मिलता है आयरन, कैल्शियम और vitamin C. 

बच्चों को गाजर की प्यूरी देते वक्त इन बातों का ख्याल रखें 

  • 4 से 6 महीने के बच्चों के लिए अगर आप गाजर की पुरे बना रहे हैं तो इस बहुत बारीक पीस लें। 
  • शुरुआती दिनों में अपने बच्चे से यह उपेक्षा न करें की वो पूरा कटोरा ख़त्म कर देगा।
  • शुरू में बच्चे को कुछ ही चम्मच गाजर का प्यूरी दें। फिर धीरे-धीरे जैसे-जैसे दिन बीते, आप इसकी मात्रा बढ़ा सकते हैं। 
  • गाजर से बने आहारों से बच्चों में कब्ज की समस्या नहीं होती है। फिरभी आप को हमेशा ध्यान रखना पड़ेगा की आप ने बच्चे को क्या खाने को दिया और उसका बच्चे पे क्या आसार हुआ। ऐसा इसलिए क्योँकि हर बच्चे अलग होता है और एक ही सुझाव सभी बच्चों पे लागु नहीं हो सकता है। 
  • गाजर खरीदते वक्त उजले लाल रंग के गाजर का चुनाव करें। 
  • गाजर से बच्चों को ऐलर्जी नहीं होता है। फिर भी अगर आप अपने बच्चे को पहली बार गाजर खिला रहें हैं तो ध्यान रखें। 

Video: गाजर का प्यूरी - शिशु आहार - बनाने की विधि

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