Category: शिशु रोग

बच्चों का BMI Calculate करने का तरीका

By: Admin | 6 min read

बच्चों का और 20 वर्ष से छोटे सभी लोगों का BMI गणना केवल फॉर्मूले के आधार पे नहीं किया जाता है। इसके बदले, BMI chart का भी इस्तेमाल किया जाता है। BMI chart के आधार पे जिन बच्चों का BMI 5th percentile से कम होता है उन्हें underweight माना जाता है।

बच्चों का BMI Calculate करने का तरीका

बॉडी मास्स इंडेक्स (body mass index) या BMI  शरीर में वासा के मौजूदा स्थिति को दर्शाता है। 

इसका इस्तेमाल डॉक्टर इस बात का पता लगाने के लिए करते हैं की अत्यधिक वजन या मोटापे के कारण कहीं आप को किसी संभावित बीमारी का खतरा तो नहीं। 

बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) की गणना व्यक्ति की लम्बाई और उसके वजन के आधार पे किया जाता है। उम्र का इससे कोई खास लेना-देना नहीं है। 

मगर,

अगर आप एक बच्चे की बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) की गणना करने जा रही है, तो उम्र मायने रखता है।  

बच्चों के शरीर की बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) की गणना करते समय डॉक्टर बच्चे की उम्र का ख्याल रखते हैं। 

व्यस्क के शरीर की बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) की गणना

व्यस्क के शरीर की बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) की गणना 

एक व्यस्क व्यक्ति के बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) की गणना करते वक्त उम्र मायने नहीं रखता है। BMI की गणना करना आसान है। [नोट: बच्चों का BMI गणना करते वक्त उम्र को ध्यान में रखा जाता है।]

शरीर के वजन को दो बार शरीर की लम्बाई (square of your height) से भाग (divide) करने पे संख्या आती ही उसे 703 से गुना करने पे शरीर का बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) मिलता है। 

बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) का फार्मूला

बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) का फार्मूला

BMI = (शरीर का वजन (pounds में) / शरीर की लम्बाई X शरीर की लम्बाई इंच में) X 703

ऊपर दिए गए बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) के फॉर्मूले के आधार पे एक व्यक्ति जिसका वजन 180 pounds और जिसकी लम्बाई 6 feet है, उसका बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) होगा 24.4

बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) = (180 / 6 X 6) X 703 = 24.4

एक स्वस्थ व्यस्क के शारीर का बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) 18.5 और 24.9 के बीच में होना चाहिए। अगर शारीर का बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) 18.5 से कम है तो इसका मतलब व्यक्ति का वजन सामान्य से कम है। 

उसी तरह जिस व्यक्ति का बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) 25 से 29.9 के बीच हो ती इसका मतलब व्यक्ति अत्यधिक वजन का है। जिनका बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) 30 या उससे ज्यादा है उन्हें "obese" की श्रीणी में गिना जाता है। 

मासपेशियां और बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) की सिमा

मासपेशियां और बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) की सिमा

बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) शरीर में मौजूद वासा की स्थिति को इंगित करता है। लेकिन और भी वज्ञानिक तरीके उपलब्ध हैं जिनकी सहायता से आप ज्यादा सटीकता से शरीर में मौजूद वासा की गणना कर सकती हैं। 

उदाहरण के लिए body fat scales, skinfold calipers सुर X-ray DEXA scans. लेकिन बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) की अपनी एक सीमा है जिस वजह से बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) का इस्तेमाल केवल प्रारंभिक जाँच के लिए किया जाता है। लेकिन इसका इस्तेमाल diagnosis के लिए नहीं किया जाता है।

बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) क्यों केवल प्रारंभिक जाँच तक ही सिमित है

बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) क्यों केवल प्रारंभिक जाँच तक ही सिमित है

शरीर की संरचना कई तरह की होती है। कुछ व्यक्ति शारीरिक रूप से वजनदार होते हैं लेकिन जरुरी नहीं की यह वजन उनके शरीर में मौजूद वासा के कारण हो। 

उदाहरण के लिए athletic and muscular type के व्यक्ति। इनका वजन अत्यधिक हो सकता है। लेकिन यह शरीर में मैजूद वासा के कारण नहीं है। 

यह इसलिए है क्योँकि इनके शरीर में मांसपेशियोँ की अधिकता है। शरीर में अत्यधिक मास्सपेशियोँ की कोशिकाओं का होना स्वास्थवर्धक बात है। 

अत्यधिक मास्सपेशियोँ के होने से आप बीमार नहीं पड़ेंगे और न ही आप को इस वजह से किसी बीमारी का खतरा है। 

स्त्री और पुरुष में शारीरिक अंतर

स्त्री और पुरुष में शारीरिक अंतर

जब आप जवान होते हैं उस वक्त आप के शरीर का बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) आप के शरीर में मौजूद अत्यधिक मांसपेशियोँ के कारण भी हो सकता है। 

तुलनात्मक रूप से पुरुषों के शरीर में स्त्रियोँ की तुलना में ज्यादा मासपेशियां (muscles mass) होता है। इस हिसाब से देखा जाये तो BMI equation इस परिस्थितियोँ में ज्यादा सटीक उत्तर गणना नहीं दे पता है। 

लेकिन एक trained medical professional BMI equation के साथ साथ कुछ तथ्यों के आधार पे सही निष्कर्ष पहुँच सकते हैं। 

उदाहरण के लिए वे बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) की गणना करते वक्त आप के जीवन शैली (lifestyle) से सम्बंधित सवालों को भी ध्यान में रख कर किसी निष्कर्ष पे पहुँचते हैं। 

साधारण वजन Obesity

बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) का इस्तेमाल केवल प्रारंभिक जाँच के लिए ही करना चाहिए। क्योँकि आप का वजन 18.5 to 24.9 के साधारण range में होने के बावजूद भी आप के शरीर में बहुत वासा हो सकता है। 

ऐसे उदहारण बहुत आम हैं जहाँ BMI नार्मल रेंज में होने के बावजूद भी व्यक्ति के पेट में बहुत abdominal fat होता है। 

साधारण वजन Obesity

शरीर में अत्यधिक वासा (belly fat) होना इस बात का इशारा करता है की व्यक्ति को हृदय सम्बन्धी या type 2 diabetes होने की सम्भावना है। 

पुरुषों के लिए 20 प्रतिशत और महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत body fat अत्यधिक की श्रेणी में गिना जाता है। 

BMI में उम्र का प्रभाव

एक व्यस्क व्यक्ति का बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) का गणना करते वक्त उम्र का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। लेकिन सच बात तो ये है की उम्र के साथ साथ शारीरिक संरचना में बदलाव आते हैं। 

विशेषकर ऐसे बूढ़े लोगों के शरीर में जो कसरत नहीं करते हैं। ये लोगों में "साधारण वजन Obesity" होने का खतरा ज्यादा रहता है। 

BMI में उम्र का प्रभाव

उम्र के साथ साथ हड्डियोँ के घनत्व (bone density) में कमी आती है। लेकिन साथ ही शारीरिक वासा में बढ़ौतरी भी होती है। जो लोग ध्रूमपान करते हैं उनमें भी "साधारण वजन Obesity" होने का खतरा ज्यादा रहता है।  

BMI की जाँच कराते रहना महत्वपूर्ण है

अगर आप के शरीर का बॉडी मास्स इंडेक्स (BMI) साधारण रेंज में है तो भी आप को समय समय पे अपना डाक्टरी जाँच कराते रहना चाहिए। 

BMI की जाँच कराते रहना महत्वपूर्ण है

विशेषकर blood pressure, blood sugar और cholesterol level का जाँच तो अवशय कराते रहना चाहिए। अगर आप के डॉक्टर को इस बात की आशंका हो की आप के शरीर में साधारण लेवल से ज्यादा वासा है तो आप को कुछ और टेस्ट भी कराने की आवश्यकता है जैसे की skinfold caliper tests या air displacement टेस्ट। इन टेस्ट के जरिये शरीर में मौजूद वासा की सही स्थिति का पता चलेगा। 

बच्चों के शरीर का BMI 

बच्चों के शरीर का BMI पता करते वक्त उम्र मायने रखता है। बीस साल (20 years) तक के सभी बच्चों पे ये बात लागु होती है। 

बच्चों के शरीर के BMI की गणना ठीक उसी तरह से की जाती है जी तरह से बड़ों के शरीर की। लकिन जो BMI संख्या प्राप्त होती है उसकी तुलना उसी उम्र और लिंग के दुसरे बच्चों से की जाती है। 

बच्चों के शरीर का BMI

अलग-अलग उम्र में बच्चों की शारीरिक संरचना में बहुत बहुत अंतर होता है। इसी वजह से जीवन के अलग-अलग पड़ाव में उनके शरीर में वासा की मात्रा भी बदलती रहती है। 

उदाहरण के लिए puberty के दौरान लड़कियों के शरीर में वासा की मात्रा बढ़ जाती है। ये होता है उनके शरीर में बदलते hormone के कारण जो उनके शरीर को बच्चा जानने के लिए त्यार करता है। इसीलिए बच्चों के लिए उम्र और लिंग के BMI chart के इस्तेमाल करते हैं ताकि इन बातों का ध्यान रखा जा सके। 

बच्चों का BMI चार्ट-girls

बच्चों का BMI चार्ट-boys

बच्चों का BMI चार्ट

बच्चों का और 20 वर्ष से छोटे सभी लोगों का BMI गणना केवल फॉर्मूले के आधार पे नहीं किया जाता है। इसके बदले, BMI chart का भी इस्तेमाल किया जाता है। 

BMI chart के आधार पे जिन बच्चों का BMI 5th percentile से कम होता है उन्हें underweight माना जाता है। सामान्य वजन BMI वो है जहाँ बच्चों का BMI 5th से 85th percentile के बीच होता है। यह स्वस्थ माना जाता है। 

Download PDF Chart for boys

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लेकिन जिन बच्चों का BMI 85th से 95th percentile के बीच होता है उन्हें वरवेइट माना जाता है और 95th percentile से ज्यादा होना "obese" माना जाता है। 

Important Note: यहाँ दी गयी जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्‍तविकता सुनिश्‍चित करने का हर सम्‍भव प्रयास किया गया है । यहाँ सभी सामग्री केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि यहाँ दिए गए किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्‍सक से अवश्‍य संपर्क करें। आपका चिकित्‍सक आपकी सेहत के बारे में बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्‍प नहीं है। अगर यहाँ दिए गए किसी उपाय के इस्तेमाल से आपको कोई स्वास्थ्य हानि या किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो kidhealthcenter.com की कोई भी नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती है।

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