Category: टीकाकरण (vaccination)
पोलियो वैक्सीन - IPV1, IPV2, IPV3 - प्रभाव और टीकाकरण
By: Salan Khalkho | ☺4 min read
पोलियो वैक्सीन - IPV1, IPV2, IPV3 वैक्सीन (Polio vaccine IPV in Hindi) - हिंदी, - पोलियो का टीका - दवा, ड्रग, उसे, जानकारी, प्रयोग, फायदे, लाभ, उपयोग, दुष्प्रभाव, साइड-इफेक्ट्स, समीक्षाएं, संयोजन, पारस्परिक क्रिया, सावधानिया तथा खुराक
पोलियो का संक्रमण फैलता है एक प्रकार के विषाणु (virus) के द्वारा। पोलियो का संक्रमण एक व्यक्ति से दुसरे व्यक्ति के संपर्क में आने से में फैलता है।
इसका संक्रमण पोलियो के विषाणु (virus) से संक्रमित आहार और दूषित जल का सेवन करने से भी होता है।
पोलियो का टिका - डोज़ (dose) - Schedule of immunization
- पहली खुराक - IPV1 - 6 सप्ताह (डेढ़ माह ) की उम्र में
- दूसरी खुराक - IPV2 - 10 सप्ताह (ढाई माह) की उम्र में
- तीसरी खुराक - IPV3 - 14 सप्ताह की उम्र में
अधिकांश पोलियो से संक्रमित लोगों में पोलियो से संक्रमण का कोई लक्षण नहीं होता है। लेकिन पोलियो से संक्रमित कुछ ही लोग में पोलियो फालिज (paralysis) का रूप लेता है। जिस में की व्यक्ति अपना हाथ और पैर उठाने में असमर्थ हो जाता है यहाँ तक की हमेशा के लिए अपंग भी हो जाते हैं।
कुछ लोगों में पोलियो का संक्रमण इतना घम्भीर भी हो सकता है की वे साँस तक लेने में असमर्थ हो जाते हैं और इस वजह से उनकी मृत्यु भी हो जाती है।
भारत वर्ष में एक समय था जब पोलियो होना एक आम बात था - मगर भारत सरकार के तीस सालों (30 years) के अथक परिश्रम के दुवारा आज पोलियो होने एक दुर्लभ बात है।
भारत सरकार के पोलियो अभियान के दुवारा देश के सभी बच्चों को इसका टीका मुफ्त में लगाया जाता है - घर -घर जाकर लगाया जाता है।
इसीलिए आवश्यक है की हर बच्चे को टीकाकरण चार्ट - 2018 के अनुसार समय पे टीका लगवाया जाये और बच्चे को तथा देशो को पोलियो की महामारी से बचाया जा सके।
यह टीका क्योँ दिया जाता है?
पोलियो वैक्सीन - IPV1, IPV2, IPV3 वैक्सीन (Polio vaccine IPV) पोलियो का टीका शिशु को पोलियो के संक्रमण के खतरे से बचाता है।
पोलियो वैक्सीन - IPV - सावधानी (precuations)
- अगर आप का टीकाकरण के दिन स्वस्थ नहीं है तो उसे Haemophilus influenzae type b (Hib) का टिका न लगवाएं जब तक की आप का शिशु पूरी तरह से स्वस्थ न हो जाये।
- पोलियो वैक्सीन - IPV के दुवारा टीकाकरण के बाद अगर आप के शिशु को घम्भीर दुष्प्रभाव (side effects) का सामना करना पड़े तो तुरंत शिशु रोग विशेषज्ञ या नजदीकी शिशु स्वस्थ संस्था से संपर्क करें।
पोलियो वैक्सीन - IPV - दुष्प्रभाव (side effects)
- शीतपित्त (hives) - swollen, pale red bumps or plaques
- गले और चहरे पे सूजन
- साँस लेने में कठिनाई
- तेज़ दिल की धड़कन
- चक्कर आना (dizziness)
- कमजोरी
यह टीका किन बच्चों को नहीं लगाया जाना चाहिए
- अगर आप के बच्चे को कभी भी पोलियो वैक्सीन - IPV के कारण जानलेवा दुष्प्रभाव (side effects) का सामना करना पड़ा हो तो।
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