Category: Baby food Recipes

4 से 6 माह के बच्चे के लिए चावल की रेसेपी

By: Salan Khalkho | 2 min read

अगर आप इस बात को ले के चिंतित है की अपने 4 से 6 माह के बच्चे को चावल की कौन सी रेसेपी बना के खिलाये - तो यह पढ़ें चावल से आसानी से बन जाने वाले कई शिशु आहार। चावल से बने शिशु आहार बेहद पौष्टिक होते हैं और आसानी से शिशु में पच भी जाते हैं।

4 से 6 माह के बच्चे के लिए चावल की रेसेपी rice recipe for baby food for 4 to 6 month baby

शिशु के अच्छी विकास के लिए शायद ही बाजार का कोई शिशु-आहार उतना पौष्टिक हो जितना की घर का बना पौष्टिक शिशु आहार। 

चावल से बने शिशु आहार की खासियत यह होती है की यह बेहद पौष्टिक होता है और आसानी से पच जाता है। कुछ समय पश्च्यात जब आप का शिशु चावल खाने का अभ्यस्त हो जाये तो चावल से बने शिशु आहार को और पौष्टिक बनाने के लिए आप उसमे फल और सब्जियों की प्यूरी (puree) भी मिला सकती है। 

भारतीय परिवारों में सदियोँ से यह देखा गया है की शिशु के आहार ग्रहण करने योग्य हो जाने के बाद (जब शिशु छह महीने का हो जाये तब) उसे सबसे पहला दिया जाने वाला आहार चावल का बना होता है - जैसे की खिचड़ी या खीर। 

इसके दो कारण है।

पहला तो यह की चावल से शिशु को किसी प्रकार की एलेर्जी होने की सम्भावना बेहद कम होती है। शायद ही आप ने कभी सुना हो की किसी को चावल खाने से एलेर्जी हुआ है। 

दूसरा यह की चावल से बने आहार आसानी से पच जाता है और शिशु के कमजोर पाचन तंत्र पे ज्यादा दबाव नहीं पड़ता है। 

चावल से बने लोकप्रिय शिशु आहार:

मसला हुआ चावल (mashed rice)

आलू के चोखे की तरह मसला होआ चावल शिशु के लिए एक बेहतरीन शिशु आहार है। यह प्रोटीन के लिए एक सर्वोत्तम स्रोत है और इससे शिशु को विटामिन, कैल्शियम और कार्बोहायड्रेट भी मिलता है। 

मसला हुआ चावल (mashed rice) बनाने की रेसिपी (recipe) यहां पढ़ें।

चावल की खिचड़ी

खिचड़ी भारत का एक परंपरागत व्यंजन है। इस आहार से शिशु को प्रोटीन,  विटामिन, कैल्शियम और कार्बोहायड्रेट भरपूर मात्रा में मिलता है। खिचड़ी को त्यार करने में दाल का भी इस्तेमाल होता है इसलिए खिचड़ी से शिशु को दाल के भी पोषक तत्त्व मिलते हैं। 

चावल की खिचड़ी बनाने की रेसिपी (recipe) यहां पढ़ें।

सूजी का उपमा

यह बेहद ही आसानी से त्यार हो जाने वाला शिशु आहार है और प्रोटीन का बहुत अच्छा स्रोत है। यह भारत में नाश्ते के रूप में काफी प्रसिद्ध है। 

सूजी का उपमा बनाने की रेसिपी (recipe) यहां पढ़ें।

सब्जियों वाला सूजी का उपमा

यह स्वादिष्ट शिशु आहार नाश्ते और दोपहर के खाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह प्रोटीन और विटामिन का अच्छा स्रोत है और बच्चों को बहुत पसंद आता है। 

सब्जियों वाला सूजी का उपमा बनाने की रेसिपी (recipe) यहां पढ़ें।

फ्राइड राइस (fried rice)

यह प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन और कार्बोहायड्रेट का बहुत अच्छा स्रोत है। 

फ्राइड राइस (fried rice) बनाने की रेसिपी (recipe) यहां पढ़ें।

वीडियो: 4 से 6 माह के बच्चे के लिए चावल की रेसेपी

Important Note: यहाँ दी गयी जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्‍तविकता सुनिश्‍चित करने का हर सम्‍भव प्रयास किया गया है । यहाँ सभी सामग्री केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि यहाँ दिए गए किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्‍सक से अवश्‍य संपर्क करें। आपका चिकित्‍सक आपकी सेहत के बारे में बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्‍प नहीं है। अगर यहाँ दिए गए किसी उपाय के इस्तेमाल से आपको कोई स्वास्थ्य हानि या किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो kidhealthcenter.com की कोई भी नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती है।

गर्मियों-से-बचें
बच्चों-का-मालिश
बच्चों-का-मालिश
बच्चों-की-लम्बाई
उल्टी-में-देखभाल
ठोस-आहार
शहद-के-फायदे
बच्चो-में-कुपोषण
हाइपोथर्मिया-hypothermia
बच्चे-क्यों-रोते
टीके-की-बूस्टर-खुराक
टीकाकरण-का-महत्व
बिस्तर-पर-पेशाब-करना
अंगूठा-चूसना-
नकसीर-फूटना
बच्चों-में-अच्छी-आदतें
बच्चों-में-पेट-दर्द
बच्चों-के-ड्राई-फ्रूट्स
ड्राई-फ्रूट-चिक्की
विटामिन-C
दाँतों-की-सुरक्षा
6-से-12-वर्ष-के-शिशु-को-क्या-खिलाएं
बच्चों-को-गोरा-करने-का-तरीका-
गोरा-बच्चा
शिशु-diet-chart
पांच-दलों-से-बनी-खिचडी
पौष्टिक-दाल-और-सब्जी-वाली-बच्चों-की-खिचड़ी
खिचड़ी-की-recipe
बेबी-फ़ूड
बेबी-फ़ूड

Most Read

गर्भ-में-लड़का-होने-के-लक्षण-इन-हिंदी
बच्चे-का-वजन
टीकाकरण-चार्ट-2018
शिशु-का-वजन-बढ़ाएं
बच्चों-में-यूरिन
बच्चों-को-गोरा-करने-का-तरीका-
कई-दिनों-से-जुकाम
खांसी-की-अचूक-दवा
बंद-नाक
balgam-wali-khansi-ka-desi-ilaj
sardi-jukam
सर्दी-जुकाम-की-दवा
बच्चे-की-भूख-बढ़ाने-के-घरेलू-नुस्खे

Other Articles

नवजात शिशु को ठीक से पॉटी नहीं हो रही क्या करें?
नवजात-शिशु-को-ठीक-से-पॉटी-नहीं-हो-रही-क्या-करें मां के दूध पर निर्भर रहना और फाइबर का कम सेवन करने के कारण अक्सर बच्चे को कब्ज की समस्या बनी रहती है। ठोस आहार देने के बावजूद बच्चे को सामान्य होने में समय लगता है। इन दिनों उसे मल त्यागने में काफी दिक्कत हो सकती है।
Read More...

दातों के दर्द को करें 5 तरीकों से दूर
बच्चे-के-दातों-के-दर्द दांतों का दर्द बच्चों को बहुत परेशान कर देने वाला होता है। इसमें ना तो बच्चे ठीक से कुछ खा पाते हैं और ना ही किसी अन्य शारीरिक क्रिया में उनका मन लगता है। दांतों में दर्द की वजह से कभी कभी उनके चेहरे भी सूख जाते हैं। अगर शिशु के शरीर किसी अन्य हिस्से पर कोई चोट लगे तो आप उस पर मरहम लगा सकती हैं लेकिन दातों का दर्द ऐसा है कि जिसके लिए आप शिशु को न तो कोई दवाई दे सकती हैं और ना ही किसी स्प्रे का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसी वजह से बच्चों के दातों का इलाज करना बहुत ही चुनौती भरा काम है।
Read More...

बच्चे में अच्छा व्यहार (Good Behavior) विकसित करने का तरीका
बच्चे-में-अच्छा-व्यहार-(Good-Behavior) अगर आप अपने बच्चे के व्यहार को लेकर के परेशान हैं तो चिंता की कोई बात नहीं है। बच्चों को डांटना और मरना विकल्प नहीं है। बच्चे जैसे - जैसे उम्र और कद काठी में बड़े होते हैं, उनके व्यहार में अनेक तरह के परिवेर्तन आते हैं। इनमें कुछ अच्छे तो कुछ बुरे हो सकते हैं। लेकिन आप अपनी सूझ बूझ के से अपने बच्चे में अच्छा व्यहार (Good Behavior) को विकसित कर सकती हैं। इस लेख में पढ़िए की किस तरह से आप अपने बच्चे में अच्छा परिवर्तन ला सकती हैं।
Read More...

नवजात शिशु का आदर्श वजन कितना होना चाहिए?
नवजात-शिशु-वजन नौ महीने पुरे कर समय पे जन्म लेने वाले नवजात शिशु का आदर्श वजन 2.7 kg - से लेकर - 4.1 kg तक होना चाहिए। तथा शिशु का औसतन शिशु का वजन 3.5 kg होता है। यह इस बात पे निर्भर करता है की शिशु के माँ-बाप की लम्बाई और कद-काठी क्या है।
Read More...

शिशु को सर्दी जुकाम के घरेलू उपाय
कई-दिनों-से-जुकाम इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं शिशु की खांसी, सर्दी, जुकाम और बंद नाक का इलाज किस तरह से आप घर के रसोई (kitchen) में आसानी से मिल जाने वाली सामग्रियों से कर सकती हैं - जैसे की अजवाइन, अदरक, शहद वगैरह।
Read More...

बेबी प्रोडक्ट्स में पेट्रोलियम जैली कहीं कर न दे आप के शिशु को बीमार
पेट्रोलियम-जैली---Vaseline इसमें हानिकारक carcinogenic तत्त्व पाया जाता है। यह त्वचा को moisturize नहीं करता है - यानी की - यह त्वचा को नमी प्रदान नहीं करता है। लेकिन त्वचा में पहले से मौजूद नमी को खोने से रोक देता है। शिशु के ऐसे बेबी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें जिनमे पेट्रोलियम जैली/ Vaseline की बजाये प्राकृतिक पदार्थों का इस्तेमाल किया गया हो जैसे की नारियल का तेल, जैतून का तेल...
Read More...

किस उम्र में शिशु को आइस क्रीम (ice-cream) देना उचित है|
शिशु-को-आइस-क्रीम शिशु को बहुत छोटी उम्र में आइस क्रीम (ice-cream) नहीं देना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योँकि नवजात शिशु से ले कर एक साल तक की उम्र के बच्चों का शरीर इतना विकसित नहीं होता ही वो अपने शरीर का तापमान वयस्कों की तरह नियंत्रित कर सकें। इसलिए यह जाना बेहद जरुरी है की बच्चे को किस उम्र में आइस क्रीम (ice-cream) दिया जा सकता है।
Read More...

माँ का पहला गहड़ा दूध (कोलोस्ट्रम) किस प्रकार शिशु की मदद करता है?
कोलोस्‍ट्रम कोलोस्ट्रम माँ का वह पहला दूध है जो रोगप्रतिकारकों से भरपूर है। इसमें प्रोटीन की मात्रा भी अधिक होती है जो नवजात शिशु के मांसपेशियोँ को बनाने में मदद करती है और नवजात की रोग प्रतिरक्षण शक्ति विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
Read More...

क्या आपका बच्चा दूध पीते ही उलटी कर देता है?
दूध-पीते-ही-उलटी अगर आप का बच्चा दूध पीते ही उलटी कर देता है तो उसे रोकने के कुछ आसन तरकीब हैं। बच्चे को पीट पे गोद लेकर उसके पीट पे थपकी देने से बच्चे के छोटे से पेट में फसा गैस बहार आ जाता है और फिर उलटी का डर नहीं रहता है।
Read More...

बच्चे को सुलाएं 60 सेकंड के अन्दर
बच्चे-को-सुलाएं अगर आप परेशान हैं की आप का बच्चा समय पे नहीं सोता है तो कुछ तरीके हैं जिन्हें आप अजमा सकते हैं। अगर आप कुछ दिनों तक इन्हें आजमाएंगे तो आप के बच्चे में सोने का एक routine स्थापित हो गा और आप का बच्चा फिर हर दिन 60 सेकंड के अन्दर सो पायेगा।
Read More...

अंगूर को आसानी से किस तरह छिलें
अंगूर-को-आसानी-से-किस-तरह-छिलें- अगर आप किसी भी कारण से अंगूर का छिलका उतरना चाहते हैं, तो इसका एक आसन और नायब तरीका है जिसके मदद से आप झट से ढेरों अंगूर के छिलकों को निकल सकते हैं| अब आप बिना समस्या के आसानी से अंगूर का छिलका उत्तार सकेंगे|
Read More...

पालक और याम से बने शिशु आहार को बनाने की विधि (baby food)
पालक-और-याम पालन और याम से बना ये शिशु आहार बच्चे को पालन और याम दोनों के स्वाद का परिचय देगा। दोनों ही आहार पौष्टिक तत्वों से भरपूर हैं और बढ़ते बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। रागी का खिचड़ी - शिशु आहार - बेबी फ़ूड baby food बनाने की विधि| पढ़िए आसान step-by-step निर्देश पालक और याम से बने शिशु आहार को बनाने की विधि (baby food) - शिशु आहार| For Babies Between 7 to 12 Months
Read More...

12 माह के बच्चे का baby food chart (Indian Baby Food Recipe)
12-month-baby-food-chart 12 महीने या 1 साल के बच्चे को अब आप गाए का दूध देना प्रारम्भ कर सकते हैं और साथ ही उसके ठोस आहार में बहुत से व्यंजन और जोड़ सकते हैं। बढ़ते बच्चों के माँ-बाप को अक्सर यह चिंता रहती है की उनके बच्चे को सम्पूर्ण पोषक तत्त्व मिल पा रहा है की नहीं? इसीलिए 12 माह के बच्चे का baby food chart (Indian Baby Food Recipe) बच्चों के आहार सारणी की जानकारी दी जा रही है। संतुलित आहार चार्ट
Read More...

बच्चों के दिनचर्या को निर्धारित करने के फायदे हैं बहुत
बच्चों-का-दिनचर्या अमेरिकी शोध के अनुसार जो बच्चे एक नियमित समय का पालन करते हैं उनमें मोटापे की सम्भावना काफी कम रहती है| नियमित दिनचर्या का पालन करने का सबसे ज्यादा फायदा प्री-स्कूली आयु के बच्चों में होता है| नियमित दिनचर्या का पालन करना सिर्फ सेहत की द्रिष्टी से ही महत्वपूर्ण नहीं है वरन इससे कम उम्र से ही बच्चों में अनुशाशन के प्रति सकारात्मक सोच विकसित होती है|
Read More...

3 महीने के बच्चे की देख भाल कैसे करें
3-महीने-का-बच्चे-की-देख-भाल-कैसे-करें चूँकि इस उम्र मे बच्चे अपने आप को पलटना सीख लेते हैं और ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं, आप को इनका ज्यादा ख्याल रखना पड़ेगा ताकि ये कहीं अपने आप को चोट न लगा लें या बिस्तर से निचे न गिर जाएँ।
Read More...

पोलियो वैक्सीन - IPV1, IPV2, IPV3 - प्रभाव और टीकाकरण
पोलियो-वैक्सीन पोलियो वैक्सीन - IPV1, IPV2, IPV3 वैक्सीन (Polio vaccine IPV in Hindi) - हिंदी, - पोलियो का टीका - दवा, ड्रग, उसे, जानकारी, प्रयोग, फायदे, लाभ, उपयोग, दुष्प्रभाव, साइड-इफेक्ट्स, समीक्षाएं, संयोजन, पारस्परिक क्रिया, सावधानिया तथा खुराक
Read More...

बच्चों को अच्छी आदतें सिखाने के आसान तरीके
बच्चों-में-अच्छी-आदतें आपके बच्चों में अच्छी आदतों का होना बहुत जरुरी है क्योँकि ये आप के बच्चे को न केवल एक बेहतर इंसान बनने में मदद करता है बल्कि एक अच्छी सेहत भरी जिंदगी जीने में भी मदद करता है।
Read More...

ठंड में बढ़ जाता है हाइपोथर्मिया का खतरा
हाइपोथर्मिया-hypothermia हाइपोथर्मिया होने पर बच्चे के शरीर का तापमान, अत्यधिक कम हो जाता है। हाईपोथर्मिया से पीड़ित वे बच्चे होते हैं, जो अत्यधिक कमज़ोर होते हैं। बच्चा यदि छोटा हैं तो उससे अपने गोद में लेकर ,कम्बल आदि में लपेटकर उससे गर्मी देने की कोशिश करें।
Read More...

क्या शिशु को शहद देना सुरक्षित है?
शहद-के-फायदे छोटे बच्चों के लिए शहद के कई गुण हैं। शहद बच्चों को लम्बे समय तक ऊर्जा प्रदान करता है। शदह मैं पाए जाने वाले विटामिन और मिनिरल जखम को जल्द भरने में मदद करते है, लिवर की रक्षा करते हैं और सर्दियों से बचते हैं।
Read More...

बच्चों में सर्दी और खांसी के घरेलु उपचार
बच्चों-में-सर्दी सर्दी - जुकाम और खाँसी (cold cough and sore throat) को दूर करने के लिए कुछ आसान से घरेलू उपचार (home remedy) दिये जा रहे हैं, जिसकी सहायता से आपके बच्चे को सर्दियों में काफी आराम मिलेगा।
Read More...

Copyright: Kidhealthcenter.com