Category: बच्चों का पोषण

बच्चों को बीमार न कर दे ज्यादा नमक और चीनी का सेवन

By: Salan Khalkho | 2 min read

बच्चों में जरूरत से ज्यादा नमक और चीनी का सावन उन्हें मोटापा जैसी बीमारियोँ के तरफ धकेल रहा है| यही वजह है की आज हर 9 मैं से एक बच्चे का रक्तचाप उसकी उम्र के हिसाब से अधिक है| इसकी वजह बच्चों के आहार में नमक की बढ़ी हुई मात्रा|

obesety in Indian children

एक अंतराष्ट्रीय report की माने तो बाजार में मिलने वाले fast food मैं नमक और चीनी की मात्रा बच्चों के स्वस्थ्य के लिए चिंताजनक है। Fast food snacks में स्वाद अनुसार नमक और चीनी नहीं होता बल्कि उसकी मात्रा वैज्ञानिक तरीके से निर्धारित की जाता है। अंतराष्ट्रीय कम्पनियाँ अरबों रूपए खर्च करती हैं शोध पे क्योँकि fast food का व्यापर सालाना खरबों रुपयों का है। इन कंपनियों ने शोध में पाया है की नमक और चीनी की एक निश्चित मात्रा बच्चों के दिमाग पे और उनके सोचने-समझने की छमता पे इस तरह से असर डालता है की बच्चे उसके दीवाने हो जाते हैं और उन्हें fast food की लत सी लग जाती है। नमक और चीनी की यह मात्रा अंतराष्ट्रीय कम्पनियाँ के मुनाफे को कई गुना बड़ा रहा है। मगर यह मात्रा बच्चों के स्वस्थ पे बुरा असर भी डाल रही है।  

अंतराष्ट्रीय स्वस्थ्य संघटनों द्वारा कराये गए शोध में यह बात सामने आयी है की fast food मैं मिलने वाली नमक और चीनी की मात्रा बच्चों के आहार सम्बन्धी व्यहार (behavior disorder) को इस तरह बदल के रख देती है की बच्चों को भविष्य में मोटापा, मधुमेह (diabetes) जैसे बीमारियोँ का खतरा बना रहता है। 

बाजार में उपलब्ध, बच्चों को परोसे जाने वाले 10 में से 7 खानों (snacks) में नमक और चीनी की मात्रा चिंता जनक स्तर पे पायी गयी है। इसीलिए स्वस्थ्य संघटन अक्सर माँ-बाप को इस बात की सलाह देता है की snacks खरीदने से पूर्व पैकेटों पर छपी जानकारि (label) को ध्यान पूर्वक पढ़ें और समझें। 

Indian state wise obesety data

शोध में करीब 1000 बाजार में उपलब्ध खाने के पैकेटों पर छपी सामग्रियों के लेबल का विश्लेषण किया गया। स्टडी में पाया गया है की विश्व स्तर पे 2 से 5 साल के उम्र के 25 प्रतिशत बच्चे मोटापे के शिकार हैं। स्टडी में यह भी पाया गया है की ये बच्चे हर दिन प्रस्तावित नमक की मात्रा से ज्यादा लेते हैं। शोध में baby food, राइस केक, ड्राई फ्रूट्स, क्रैकर्स, योगर्ट, और ice-cream के मशहूर ब्रांड्स (popular brands) का अध्यन किया गया।  

इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिसिन के अनुसार बच्चों के एक समय के आहार में 210 मिलीग्राम नमक से ज्यादा नहीं होना चाहिए। मगर अध्ययन के दौरान पाया गया की बच्चों के एक समय के आहार में औसतन 361 मिलीग्राम नमक होता है जो की बहुत ज्यादा है। शोध में यह भी पाया गया की बच्चों के खाने में 47 फीसदी कैलोरी चीनी से मिलती है जबकि चीनी से कुल एक तिहाई कैलोरी ही बच्चों को मिलनी चाहिए। 

बच्चों में जरूरत से ज्यादा नमक और चीनी का सावन उन्हें मोटापा जैसी बीमारियोँ के तरफ धकेल रहा है। यही वजह है की आज हर 9 मैं से एक बच्चे का रक्तचाप उसकी उम्र के हिसाब से अधिक है। इसकी वजह बच्चों के आहार में नमक की बढ़ी हुई मात्रा। 

Important Note: यहाँ दी गयी जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्‍तविकता सुनिश्‍चित करने का हर सम्‍भव प्रयास किया गया है । यहाँ सभी सामग्री केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि यहाँ दिए गए किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्‍सक से अवश्‍य संपर्क करें। आपका चिकित्‍सक आपकी सेहत के बारे में बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्‍प नहीं है। अगर यहाँ दिए गए किसी उपाय के इस्तेमाल से आपको कोई स्वास्थ्य हानि या किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो kidhealthcenter.com की कोई भी नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती है।

बच्चों-के-लिए-खीर
सेब-पुडिंग
baby-food
बच्चों-में-भूख-बढ़ने
बच्चों-का-डाइट-प्लान
फूड-प्वाइजनिंग
अपने-बच्चे-को-कैसे-बुद्धिमान-बनायें
बच्चे-की-भूख-बढ़ाने-के-घरेलू-नुस्खे
एक-साल-तक-के-शिशु-को-क्या-खिलाए
रोते-बच्चों-को-शांत-करने-के-उपाए
शिशु-को-सुलाने-
दूध-पिने-के-बाद-बच्चा-उलटी-कर-देता-है----क्या-करें
गर्मियों-में-अपने-शिशु-को-ठंडा-व-आरामदायक-कैसे-रखें
सूजी-का-खीर
नाख़ून-कुतरने
सतरंगी-सब्जियों-के-गुण
गर्मियों-में-नवजात
दिमागी-बुखार---जापानीज-इन्सेफेलाइटिस
BCG-वैक्सीन
पोलियो-वैक्सीन
हेमोफिलस-इन्फ्लुएंजा-बी-(HIB)-
रोटावायरस
न्यूमोकोकल-कन्जुगेटेड-वैक्सीन
इन्फ्लुएंजा-वैक्सीन
खसरे-का-टीका-(वैक्सीन)
हेपेटाइटिस-A-वैक्सीन
एम-एम-आर
मेनिंगोकोकल-वैक्सीन
उलटी-और-दस्त
टी-डी-वैक्सीन

Most Read

गर्भ-में-लड़का-होने-के-लक्षण-इन-हिंदी
बच्चे-का-वजन
टीकाकरण-चार्ट-2018
शिशु-का-वजन-बढ़ाएं
बच्चों-में-यूरिन
बच्चों-को-गोरा-करने-का-तरीका-
कई-दिनों-से-जुकाम
खांसी-की-अचूक-दवा
बंद-नाक
balgam-wali-khansi-ka-desi-ilaj
sardi-jukam
सर्दी-जुकाम-की-दवा
बच्चे-की-भूख-बढ़ाने-के-घरेलू-नुस्खे

Other Articles

EASY TIPS - बच्चे के अंगूठा चूसने की आदत को कैसे छुडवायें
अंगूठा-चूसने-से-शिशु-के-दांत-ख़राब जी हाँ! अंगूठा चूसने से बच्चों के दांत ख़राब हो जाते हैं और नया निकलने वाला स्थयी दांत भी ख़राब निकलता है। मगर थोड़ी सावधानी और थोड़ी सूझ-बूझ के साथ आप अपने बच्चे की अंगूठा चूसने की आदत को ख़त्म कर सकती हैं। इस लेख में जानिए की अंगूठा चूसने के आप के बच्चों की दातों पे क्या-क्या बुरा प्रभाव पडेग और आप अपने बच्चे के दांत चूसने की आदत को किस तरह से समाप्त कर सकती हैं। अंगूठा चूसने की आदत छुड़ाने के बताये गए सभी तरीके आसन और घरेलु तरीके हैं।
Read More...

बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) के शिकार बच्चे - लक्षण और इलाज
क्या-बच्चे-बाइपोलर-डिसऑर्डर-(Bipolar-Disorder)- केवल बड़े ही नहीं वरन बच्चों को भी बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) के शिकार हो सकते हैं। इस मानसिक अवस्था का जितनी देरी इस इलाज होगा, शिशु को उतना ज्यादा मानसिक रूप से नुक्सान पहुंचेगा। शिशु के प्रारंभिक जीवन काल में उचित इलाज के दुवारा उसे बहुत हद तक पूर्ण रूप से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए जरुरी है की समय रहते शिशु में बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder) के लक्षणों की पहचान की जा सके।
Read More...

वायरल फीवर से बचाव - बच्चों के लिए घरेलु नुस्खे
शिशु-में-वायरल-फीवर बच्चों का शारीर कमजोर होता है इस वजह से उन्हें संक्रमण आसानी से लग जाता है। यही कारण है की बच्चे आसानी से वायरल बुखार की चपेट पद जाते हैं। कुछ आसन घरेलु नुस्खों के दुवारा आप अपने बच्चों का वायरल फीवर का इलाज घर पर ही कर सकती हैं।
Read More...

4 महीने के शिशु का वजन कितना होना चाहिए?
4-महीने-के-शिशु-का-वजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान के अनुसार चार से छह महीने पे शिशु शिशु का वजन दुगना हो जाना चाहिए। 4 महीने में आप के शिशु का वजन कितना होना चाहिए ये 4 बातों पे निर्भर करता है। शिशु के ग्रोथ चार्ट (Growth charts) की सहायता से आप आसानी से जान सकती हैं की आप के शिशु का वजन कितना होना चाहिए।
Read More...

शिशु को खासी से कैसे बचाएं (Solved)
शिशु-को-खासी कुछ घरेलु उपायों के मदद से आप अपने बच्चे की खांसी को तुरंत ठीक कर सकती हैं। लेकिन शिशु के सर्दी और खांसी को थिंक करने के घरेलु उपायों के साथ-साथ आप को यह भी जानने की आवशयकता है की आप किस तरह सावधानी बारात के अपने बच्चे को सर्दी और जुकाम लगने से बचा सकती हैं।
Read More...

बंद नाक में शिशु को सुलाने का आसन तरीका (khansi ka ilaj)
khansi-ka-ilaj शिशु को सर्दी और जुकाम (sardi jukam) दो कारणों से ही होती है। या तो ठण्ड लगने के कारण या फिर विषाणु (virus) के संक्रमण के कारण। अगर आप के शिशु का जुकाम कई दिनों से है तो आप को अपने बच्चे को डॉक्टर को दिखाना चाहिए। कुछ घरेलु उपचार (khasi ki dawa) की सहायता से आप अपने शिशु की सर्दी, खांसी और जुकाम को ठीक कर सकती हैं। अगर आप के शिशु को खांसी है तो भी घरेलु उपचार (खांसी की अचूक दवा) की सहायता से आप का शिशु पूरी रात आरामदायक नींद सो सकेगा और यह कफ निकालने के उपाय भी है - gharelu upchar in hindi
Read More...

शिशु को एक्जिमा (eczema) है - लक्षण और इलाज
शिशु-एक्जिमा-(eczema) एक्जिमा (eczema) एक ऐसी स्थिति है जिसमे बच्चे के शरीर की त्वचा पे चकते पड़ जाते हैं। त्वचा बहुत शुष्क हो जाती है। त्वचा पे लाली पड़ जाती है और त्वचा पे बहुत खुजली होती है। घरेलु इलाज से आप अपने शिशु के एक्जिमा (eczema) को ख़त्म कर सकती हैं।
Read More...

शिशु में अंडे की एलर्जी की पहचान
अंडे-की-एलर्जी अगर आप का शिशु जब भी अंडा खाता है तो बीमार पड़ जाता है या उसके शारीर के लाल दाने निकल आते हैं तो इसका मतलब यह है की आप के शिशु को अंडे से एलर्जी है। अगर आप के शिशु को अंडे से एलर्जी की समस्या है तो आप किस तरह अपने शिशु को अंडे की एलर्जी से बचा सकती है और आप को किन बातों का ख्याल रखने की आवश्यकता है।
Read More...

देश बदलना है तो बच्चों को मातृभूमि से प्रेम करना सिखाएं!
india-Indian-Independence-Day-15-August हमें आपने बच्चों को मातृभूमि से प्रेम करने की शिक्षा देनी चाहिए तथा उनके अंदर ये भावना पैदा करनी चाहिए की वे अपने देश के प्रति समर्पित रहें और ये सोचे की हमने अपने देश के लिए क्या किया है। वे यह न सोचे की देश ने उनके लिए क्या किया है। Independence Day Celebrations India गणतंत्र दिवस भारत नरेन्द्र मोदी 15 August 2017
Read More...

अंगूर को आसानी से किस तरह छिलें
अंगूर-को-आसानी-से-किस-तरह-छिलें- अगर आप किसी भी कारण से अंगूर का छिलका उतरना चाहते हैं, तो इसका एक आसन और नायब तरीका है जिसके मदद से आप झट से ढेरों अंगूर के छिलकों को निकल सकते हैं| अब आप बिना समस्या के आसानी से अंगूर का छिलका उत्तार सकेंगे|
Read More...

अवोकाडो और केले से बना शिशु आहार
अवोकाडो-और-केले घर पे आसानी से बनायें अवोकाडो और केले की मदद से पौष्टिक शिशु आहार (baby food)| पोटैशियम और विटामिन C से भरपूर, यह शिशु आहार बढते बच्चे के शारीरिक आवश्यकता को पूरी करने के लिए एकदम सही विकल्प है|
Read More...

टीके के बाद बुखार क्यों आता है बच्चों को?
टीके-से-बुखार टीकाकरण के बाद बुखार होना आम बात है क्यूंकि टिके के जरिये बच्चे की शरीर का सामना संक्रमण से कराया जाता है। जानिए की आप किस तरह टीकाकरण के दुष्प्रभाव को कम कर सकती हैं।
Read More...

10 माह के बच्चे का baby food chart (Indian Baby Food Recipe)
10-month-baby-food-chart दस साल के बच्चे के आहार सरणी मैं वो सभी आहार सम्मिलित किया जा सकते हैं जिन्हे आप घर पर सभी के लिए बनती हैं। लेकिन उन आहारों में बहुत ज्यादा नमक, मिर्चा और चीनी का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। आप जायके के लिए हलके मसलों का इस्तेमाल कर सकती हैं जैसे की धनिया पाउडर।
Read More...

बेबी फ़ूड खरीदते वक्त बरतें यह सावधानियां
बेबी-फ़ूड-खरीदते-वक्त-बरतें-सावधानियां आज के दौर की तेज़ भाग दौड़ वाली जिंदगी मैं हर माँ के लिए यह संभव नहीं की अपने शिशु के लिए घर पे खाना त्यार कर सके| ऐसे मैं बेबी फ़ूड खरीदते वक्त बरतें यह सावधानियां|
Read More...

मां का दूध अमृत है बच्चे के लिए
मां-का-दूध मां का दूध बच्चे के लिए सुरक्षित, पौष्टिक और सुपाच्य होता है| माँ का दूध बच्चे में सिर्फ पोषण का काम ही नहीं करता बल्कि बच्चे के शरीर को कई प्रकार के बीमारियोँ के प्रति प्रतिरोधक क्षमता भी प्रदान करता है| माँ के दूध में calcium होता है जो बच्चों के हड्डियोँ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है|
Read More...

BCG वैक्सीन Guide (dose, side effects, precautions)
BCG-वैक्सीन बीसीजी का टिका (BCG वैक्सीन) से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी जैसे की dose, side effects, टीका लगवाने की विधि।The BCG Vaccine is currently uses in India against TB. Find its side effects, dose, precautions and any helpful information in detail.
Read More...

सेब से बना पुडिंग बच्चों के लिए
सेब-पुडिंग सेब और चावल से बना ये पुडिंग बच्चों को बहुत पसंद आता है। साथ ही यह बच्चे के स्वस्थ्य के लिए बहुत लाभप्रद भी है। इस रेसिपी से शिशु को सेब के साथ चावल के भी पोषक तत्वों मिल जाते हैं। सेब से बना ये पुडिंग शिशु को आसानी इ पच जाता है।
Read More...

सेब से बना खीर बच्चों के लिए
बच्चों-के-लिए-खीर सेब में मौजूद पोषक तत्त्व आप के शिशु के बेहतर स्वस्थ, उसके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ताज़े सेबों से बना शिशु आहार आप के शिशु को बहुत पसंद आएगा।
Read More...

सेब और सूजी का खीर 6 to 9 month बच्चों के लिए
सेब-बेबी-फ़ूड सेब और सूजी का खीर बड़े बड़ों सबको पसंद आता है। मगर आप इसे छोटे बच्चों को भी शिशु-आहार के रूप में खिला सकते हैं। सूजी से शिशु को प्रोटीन और कार्बोहायड्रेट मिलता है और सेब से विटामिन, मिनरल्स और ढेरों पोषक तत्त्व मिलते हैं।
Read More...

बच्चों में डेंगू के लक्षण और बचने के उपाय
डेंगू-के-लक्षण डेंगू महामारी एक ऐसी बीमारी है जो पहले तो सामान्य ज्वर की तरह ही लगता है अगर इसका इलाज सही तरह से नहीं किया गया तो इसका प्रभाव शरीर पर बहुत भयानक रूप से पड़ता है यहाँ तक की यह रोग जानलेवा भी हो सकता है। डेंगू का विषाणु मादा टाइगर मच्छर के काटने से फैलता है। जहां अधिकांश मच्छर रात के समय सक्रिय होते हैं, वहीं डेंगू के मच्छर दिन के समय काटते हैं।
Read More...

Copyright: Kidhealthcenter.com