Category: स्वस्थ शरीर

मां का दूध अमृत है बच्चे के लिए

By: Salan Khalkho | 3 min read

मां का दूध बच्चे के लिए सुरक्षित, पौष्टिक और सुपाच्य होता है| माँ का दूध बच्चे में सिर्फ पोषण का काम ही नहीं करता बल्कि बच्चे के शरीर को कई प्रकार के बीमारियोँ के प्रति प्रतिरोधक क्षमता भी प्रदान करता है| माँ के दूध में calcium होता है जो बच्चों के हड्डियोँ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है|

माँ का दूध क्योँ जरुरी है बच्चे के लिए

माँ का दूध किसी बच्चे के लिए अमृत से कम नहीं। 

माँ का दूध शिशु के विकास, संरक्षण, और संवर्धन का काम करता है। 

नवजात बच्चे में रोगों से लड़ने की रोग-प्रतिरोधात्मक शक्ति नहीं होती है। इसका मतलब बच्चे का शरीर रोगों से लड़ने में सक्षम नहीं होता है। 

बच्चे को रोगों से लड़ने की शक्ति माँ के दूध से मिलती है। माँ का दूध बच्चे को विभिन्न प्रकार के बीमारियोँ से लड़ने में सक्षम बनता है। माँ के दूध में रोगाणुओं को नाश करने वाले तत्त्व होते हैं जो बच्चे को होने वाले बीमारियोँ से सुरक्षित रखते हैं। 

इस लेख में आप पढ़ेंगे: 

  1. माँ का दूध बच्चे के लिए जीवन रक्षक है
  2. माँ का दूध है सर्वश्रेष्ठ आहार
  3. लेक्टोफोर्मिन
  4. माँ का दूध बच्चे को बीमारी से बचाता है
  5. माँ का दूध बचाये बच्चे को हर बीमारियोँ से
  6. बच्चों की हड्डियां होती हैं मजबूत
  7. गाए का दूध नहीं है सुरक्षित
  8. स्तनपान करना माँ की सेहत के लिए भी अच्छा है
  9. Video: मां का दूध अमृत है बच्चे के लिए

माँ का दूध बच्चे के लिए जीवन रक्षक है

जिन बच्चों को बचपन में माँ का दूध नहीं मिलता उन बच्चों को कई प्रकार की बीमारियोँ का सामना करना पड़ता है। इन बच्चों को विशेष कर पेट और मस्तिष्क की बीमारियां ज्यादा सताती हैं। इसी लिए डॉक्टर हमेशा राय देते हैं की बच्चे को कम से कम 6 month से लेकर 10 month तक माँ का दूध ही देना चाहिए। माँ का दूध श्रेष्ठ आहार ही नहीं बल्कि जीवन रक्षक भी है। माँ के दूध का कोई विकल्प नहीं है। 

माँ का दूध है सर्वश्रेष्ठ आहार 

मां का दूध बच्चे के लिए सुरक्षित, पौष्टिक और सुपाच्य होता है। यह बच्चे को सिर्फ पोषक तत्त्व ही नहीं प्रदान करता है बल्कि बच्चे के पेट की गड़बड़ियों को भी दूर करता है। यह बच्चे में दमा और कान की बीमारी को नहीं होने देता। 

लेक्टोफोर्मिन

माँ के दूध में लेक्टोफोर्मिन नमक तत्त्व है। ये बच्चे के आंत में लोह तत्त्व को बांध देता है जिस वजह से बच्चे का शरीर कई प्रकार के रोगों से बचा रहता है। 

माँ का दूध बच्चे को बीमारी से बचाता है

माँ का दूध बच्चे में सिर्फ पोषण का काम ही नहीं करता बल्कि बच्चे के शरीर को कई प्रकार के बीमारियोँ के प्रति प्रतिरोधक क्षमता भी प्रदान करता है। माँ के शरीर की प्रतिरोधक छमता बच्चे को माँ के दूध के जरिये मिलता है। इसका मतलब नियमित स्तनपान करने से बच्चे के शरीर में माँ के शरीर जितना रातिरोधक छमता विकसित हो जाती है। 

माँ का दूध बचाये बच्चे को हर बीमारियोँ से

माँ का दूध कई भयंकर बीमारियॉओं का तोड़ है। शोध में यह बात सामने आयी है की माँ का दूध - रक्त कैंसर, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी भयंकर बीमारियों से छुटकारा दिलाने में सक्षम होता है। 

there is no substitute for mothers milk

बच्चों की हड्डियां होती हैं मजबूत 

माँ के दूध में calcium होता है जो बच्चों के हड्डियोँ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जिन बच्चों को शुरू से माँ का दूध नसीब होता है उन अब्छों की हड्डियां ज्यादा मजबूत होती है। 

गाए का दूध नहीं है सुरक्षित 

जिन बच्चों को शुरुआती दिनों से गाए का दूध दिया जाता है उन बच्चों में आगे चल कर एलेर्जी होने की सम्भावना रहती है। शिशु को हमेशा माँ का दूध ही पिलाना चाहिए। माँ का दूध बच्चे के लिए सुरक्षित रहता है और उसे मोटापे से भी बचाता है। 

स्तनपान करना माँ की सेहत के लिए भी अच्छा है

ऐसा पाया गया है की जो माँ अपने बच्चे को नियमित रूप से स्तनपान कराती है उनमें स्तन कैंसर की सम्भावना बहुत कम रहती है। उन महिलायों की मानसिक छमता भी बढ़ती है और वे स्तनपान न करने वाली माओं से ज्यादा स्वस्थ्य भी रहती हैं। 

Video: मां का दूध अमृत है बच्चे के लिए

Important Note: यहाँ दी गयी जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्‍तविकता सुनिश्‍चित करने का हर सम्‍भव प्रयास किया गया है । यहाँ सभी सामग्री केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि यहाँ दिए गए किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्‍सक से अवश्‍य संपर्क करें। आपका चिकित्‍सक आपकी सेहत के बारे में बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्‍प नहीं है। अगर यहाँ दिए गए किसी उपाय के इस्तेमाल से आपको कोई स्वास्थ्य हानि या किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो kidhealthcenter.com की कोई भी नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती है।

गर्मियों-में-अपने-शिशु-को-ठंडा-व-आरामदायक-कैसे-रखें
सूजी-का-खीर
नाख़ून-कुतरने
सतरंगी-सब्जियों-के-गुण
गर्मियों-में-नवजात
दिमागी-बुखार---जापानीज-इन्सेफेलाइटिस
BCG-वैक्सीन
पोलियो-वैक्सीन
हेमोफिलस-इन्फ्लुएंजा-बी-(HIB)-
रोटावायरस
न्यूमोकोकल-कन्जुगेटेड-वैक्सीन
इन्फ्लुएंजा-वैक्सीन
खसरे-का-टीका-(वैक्सीन)
हेपेटाइटिस-A-वैक्सीन
एम-एम-आर
मेनिंगोकोकल-वैक्सीन
उलटी-और-दस्त
टी-डी-वैक्सीन
कुपोषण-का-खतरा
नमक-चीनी
पढ़ाई
बच्चों-को-दे-Sex-Education
बच्चों-की-पढाई
बच्चों-की-गलती
गर्मियों-की-बीमारियां
गर्मियों-की-बीमारी
गर्मियों-में-डिहाइड्रेशन
गर्मियों-में-बिमारियों-से-ऐसे-बचें
स्मार्ट-एक्टिविटीज-J-M-Group-India-
घमोरी-का-घरेलू-इलाज

Most Read

गर्भ-में-लड़का-होने-के-लक्षण-इन-हिंदी
बच्चे-का-वजन
टीकाकरण-चार्ट-2018
शिशु-का-वजन-बढ़ाएं
बच्चों-में-यूरिन
बच्चों-को-गोरा-करने-का-तरीका-
कई-दिनों-से-जुकाम
खांसी-की-अचूक-दवा
बंद-नाक
balgam-wali-khansi-ka-desi-ilaj
sardi-jukam
सर्दी-जुकाम-की-दवा
बच्चे-की-भूख-बढ़ाने-के-घरेलू-नुस्खे

Other Articles

प्रेगनेंसी में हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के आसन तरीके
हाई-ब्लड-प्रेशर-इन-प्रेगनेंसी प्रेगनेंसी के दौरान ब्लड प्रेशर (बीपी) ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए आप नमक का कम से कम सेवन करें। इसके साथ आप लैटरल पोजीशन (lateral position) मैं आराम करने की कोशिश करें। नियमित रूप से अपना ब्लड प्रेशर (बीपी) चेक करवाते रहें और ब्लड प्रेशर (बीपी) से संबंधित सभी दवाइयां ( बिना भूले) सही समय पर ले।
Read More...

शिशु के दांतों के बीच गैप - डायस्टेमा - कारण और उपचार
शिशु-के-दांतों-के-बीच-गैप-डायस्टेमा-कारण-और-उपचार बहुत से बच्चों और बड़ों के दातों के बीच में रिक्त स्थान बन जाता है। इससे चेहरे की खूबसूरती भी कम हो जाती है। लेकिन बच्चों के दातों के बीच गैप (डायस्टेमा) को कम करने के लिए बहुत सी तकनीक उपलब्ध है। सबसे अच्छी बात तो यह है की अधिकांश मामलों में जैसे जैसे बच्चे बड़े होते हैं, यह गैप खुद ही भर जाता है। - Diastema (Gap Between Teeth)
Read More...

EASY TIPS - बच्चे के अंगूठा चूसने की आदत को कैसे छुडवायें
अंगूठा-चूसने-से-शिशु-के-दांत-ख़राब जी हाँ! अंगूठा चूसने से बच्चों के दांत ख़राब हो जाते हैं और नया निकलने वाला स्थयी दांत भी ख़राब निकलता है। मगर थोड़ी सावधानी और थोड़ी सूझ-बूझ के साथ आप अपने बच्चे की अंगूठा चूसने की आदत को ख़त्म कर सकती हैं। इस लेख में जानिए की अंगूठा चूसने के आप के बच्चों की दातों पे क्या-क्या बुरा प्रभाव पडेग और आप अपने बच्चे के दांत चूसने की आदत को किस तरह से समाप्त कर सकती हैं। अंगूठा चूसने की आदत छुड़ाने के बताये गए सभी तरीके आसन और घरेलु तरीके हैं।
Read More...

प्रेगनेंसी के दौरान बालों का झाड़ना रोकें - घरेलु उपचार
बालों-का-झाड़ना गर्भावस्था के दौरान बालों का झाड़ना एक बेहद आम बात है। ऐसा हार्मोनल बदलाव की वजह से होता है। लेकिन खान-पान मे और जीवन शैली में छोटे-मोटे बदलाव लाकर के आप अपने बालों को कमजोर होने से और टूटने/गिरने से बचा सकती हैं।
Read More...

क्योँ देर से बोलते हैं कुछ बच्चे - आसान घरेलु उपचार
-देर-से-बोलते-हैं-कुछ-बच्चे सभी बचों का विकास दर एक सामान नहीं होता है। यही वजह है की जहाँ कुछ बच्चे ढाई साल का होते होते बहुत बोलना शुरू कर देते हैं, वहीँ कुछ बच्चे बोलने मैं बहुत समय लेते हैं। इसका मतलब ये नहीं है की जो बच्चे बोलने में ज्यादा समय लेते हैं वो दिमागी रूप से कमजोर हैं, बल्कि इसका मतलब सिर्फ इतना है की उन्हें शारीरिक रूप से तयार होने में थोड़े और समय की जरूरत है और फिर आप का भी बच्चा दुसरे बच्चों की तरह हर प्रकार की छमता में सामान्य हो जायेगा।आप शिशु के बोलने की प्रक्रिया को आसन घरेलु उपचार के दुवारा तेज़ कर सकती हैं।
Read More...

5 आसान बंद नाक और जुकाम के घरेलू उपाय
जुकाम-के-घरेलू-उपाय शिशु में जुखाम और फ्लू का कारण है विषाणु (virus) का संक्रमण। इसका मतलब शिशु को एंटीबायोटिक देने का कोई फायदा नहीं है। शिशु में सर्दी, जुखाम और फ्लू के लक्षणों में आप अपने बच्चे का इलाज घर पे ही कर सकती हैं। सर्दी, जुखाम और फ्लू के इन लक्षणों में अपने बच्चे को डॉक्टर को दिखाएं।
Read More...

बच्चे के बुखार, सर्दी, खांसी की अचूक दवा - Guide
खांसी-की-अचूक-दवा बच्चों को सर्दी और जुकाम मैं बुखार होना आम बात है। ऐसा बच्चों में हरारत (exertion) के कारण हो जाता है। कुछ साधारण से घरेलु उपचार के दुवारा आप बच्च्चों में सर्दी और जुकाम के कारण हुए बुखार का इलाज घर पे ही कर सकती हैं। (bukhar ki dawa, खांसी की अचूक दवा)
Read More...

दाल का सुप बच्चों के लिए - दाल का पानी
दाल-का-पानी दाल का पानी (Dal ka pani/ lentil soup for infants) शिशु के लिए एक बेहतरीन आहार है। प्रोटीन और विटामिन से भर पूर, और पचाने में बहुत ही हल्का, पेट के लिए आरामदायक लेकिन पोषक तत्वों के मामले में यह एक बेहतरीन विकल्प है।
Read More...

अब कोई नवजात नहीं फेंका जायेगा कचरे के डब्बे में
abandoned-newborn इस यौजना का मुख्या उद्देश्य है की इधर-उधर फेंके गए बच्चों की मृत्यु को रोकना| समाज में हर बच्चे को जीने का अधिकार है| ऐसे में शिशु पालना केंद्र इधर-उधर फेंके गए बच्चों को सुरख्षा प्रदान करेगा|
Read More...

अवोकाडो का प्यूरी - शिशु आहार - बनाने की विधि
अवोकाडो-का-प्यूरी अवोकेडो में प्रचुर मात्रा में बुद्धि को बढ़ाने वाला omega-3s पाया जाता है| इसके साथ है इसका स्वाद बहुत हल्का होता है जीस वजह से शिशु आहार के लिए अवोकेडो एकदम perfect है| जानिए step-by-step तरीके से अवोकेडो से शिशु आहार त्यार करने की विधि|
Read More...

चावल का शिशु आहार - बनाने की विधि
चावल-का-शिशु-आहार चावल उन आहारों में से एक है जिसे शिशु को ठोस आहार शुरू करते वक्त दिया जाता है क्योँकि चावल से किसी भी प्रकार का एलेर्जी नहीं होता है और ये आसानी से पच भी जाता है| इसे पचाने के लिए पेट को बहुत ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती है| यह एक शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार है|
Read More...

मुंग का दाल बनाने की विधि - शिशु आहार
मुंग-का-दाल मुंग के दाल में प्रोटीन, कार्बोहायड्रेट और फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। शिशु में ठोस आहार की शुरुआत करते वक्त उन्हें आप मुंग दाल का पानी दे सकते हैं। चूँकि मुंग का दाल हल्का होता है - ये 6 माह के बच्चे के लिए perfect आहार है।
Read More...

7 तरीके बच्चों को यौन शोषण से बचाने के
बाल-यौन-शोषण अगर आप अपने बच्चे को यौन शोषण की घटनाओं से बचाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपने बच्चों के साथ समय बिताना शुरू करना पड़ेगा| जब बच्चा comfortable feel करना शुरू करेगा तो वो उन हरकतों को भी शेयर करेगा जो उन्हें पसंद नहीं|
Read More...

बारिश में शिशुओं और बच्चों को स्वस्थ्य रखने के नुस्खे
बारिश-में-शिशुओं-का-स्वस्थ्य बच्चे बरसात के मौसम का आनंद खूब उठाते हैं। वे जानबूझकर पानी में खेलना और कूदना चाहते हैं। Barsat के ऐसे मौसम में आप की जिम्मेदारी अपने बच्चों के प्रति काफी बढ़ जाती हैं क्योकि बच्चा इस barish में भीगने का परिणाम नहीं जानता। इस स्थिति में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
Read More...

नव भारत की नई सुबह (कविता)
नव-भारत-की-नई-सुबह युवा वर्ग की असीमित बिखरी शक्ति को संगठित कर उसे उचित मार्गदर्शन की जितनी आवश्यकता आज हैं , उतनी कभी नहीं थी। आज युवा वर्ग समाज की महत्वकांशा के तले इतना दब गया हैं , की दिग - भ्रमित हो गया हैं।
Read More...

कागज का हवाई मेढक कैसे बनायें
कागज-का-हवाई-मेढक-कैसे-बनायें हैंडी क्राफ्ट एक्टिविटीज बच्चों में सकारात्मक और रचनातमक सोच विकसित करता है। हम आप को बताएंगे की आप सरलता से कागज का हवाई मेढक कैसे बनायें।
Read More...

सूजी का खीर छोटे बच्चों के लिए शिशु आहार (Sooji Kheer For Baby)
सूजी-का-खीर अगर आप का शिशु 6 महिने का हो गया है और आप सोच रही हैं की अपने शिशु को क्या दें खाने मैं तो - सूजी का खीर सबसे बढ़िया विकल्प है। शरीर के लिए बेहद पौष्टिक, यह तुरंत बन के त्यार हो जाता है, शिशु को इसका स्वाद बहुत पसंद आता है और इसे बनाने में कोई विशेष तयारी भी करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
Read More...

छोटे बच्चों का डाइट प्लान (Diet Plan)
बच्चों-का-डाइट-प्लान एक साल से ले कर नौ साल (9 years) तक के बच्चों का डाइट प्लान (Diet Plan) जो शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास में सकारात्मक योगदान दे। शिशु का डाइट प्लान (Diet Plan) सुनिश्चित करता है की शिशु को सभी पोषक तत्त्व सही अनुपात में मिले ताकि शिशु के विकास में कोई रूकावट ना आये।
Read More...

6 से 12 वर्ष के शिशु को क्या खिलाएं - Indian Baby food diet chart
6-से-12-वर्ष-के-शिशु-को-क्या-खिलाएं आपके बच्चे के लिए किसी भी नए खाद्य पदार्थ को देने से पहले (before introducing new food) अपने बच्चे के भोजन योजना (diet plan) के बारे में चर्चा। भोजन अपने बच्चे को 5 से 6 महीने पूरा होने के बाद ही देना शुरू करें। इतने छोटे बच्चे का पाचन तंत्र (children's digestive system) पूरी तरह विकसित नहीं होता है
Read More...

ठोस आहार की शुरुआत
ठोस-आहार ठोस आहार के शुरुवाती दिनों में बच्चे को एक बार में एक ही नई चीज़ दें। नया कोई भी भोजन पांचवे दिन ही बच्चे को दें। इस तरह से, अगर किसी भी भोजन से बच्चे को एलर्जी हो जाये तो उसका आसानी से पता लगाया जा सकता है।
Read More...

Copyright: Kidhealthcenter.com