Category: बच्चों की परवरिश

39 TIPS - बोर्ड एग्जाम की तयारी में बच्चों की मदद इस तरह करें

By: Vandana Srivastava | 8 min read

कुछ बातों का ख्याल रख आप अपने बच्चों की बोर्ड एग्जाम की तयारी में सहायता कर सकती हैं। बोर्ड एग्जाम के दौरान बच्चों पे पढाई का अतिरिक्त बोझ होता है और वे तनाव से भी गुजर रहे होते हैं। ऐसे में आप का support उन्हें आत्मविश्वास और उर्जा प्रदान करेगा। साथ ही घर पे उपयुक्त माहौल तयार कर आप अपने बच्चों की सफलता सुनिश्चित कर सकती हैं।

39 TIPS - बोर्ड एग्जाम की तयारी में बच्चों की मदद इस तरह करें

बोर्ड एग्जाम केवल आप के बच्चों की परीक्षा नहीं, बल्कि आप के भी परीक्षा का समय है।

जी हाँ!

बोर्ड एग्जाम के दौरान माँ-बाप का ज़िम्मेदारी केवल इतने तक सिमित नहीं रहती है की अपने बच्चों को पढने के लिए कमरे में बंद कर दें। 

आप अपने बच्चों की बोर्ड एग्जाम की तयारी में क्या यौगदान देती है, ये इस बात को दर्शाता है की आप कितनी बेहतर माँ-या बाप हैं। 

इस लेख में हम आप को बताएँगे की बोर्ड एग्जाम के समय आप अपने बच्चे की तयारी में किस तरह सहायता कर सकती हैं: 

इस लेख में: 

  1. बोर्ड एग्जाम की तयारी में माँ-बाप का भूमिका
  2. बोर्ड एग्जाम की तयारी के लिए बच्चों को निम्न बातें सिखाएं
  3. बच्चे के खान - पान हेतु निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिये
  4. माता - पिता को किन बातों का ध्यान रखना चाहिये
  5. परीक्षा भवन में बच्चों को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए

बोर्ड एग्जाम की तयारी में माँ-बाप का भूमिका

बोर्ड एग्जाम की तयारी में माँ-बाप का भूमिका

  1. अगर आप इतनी सक्षम है की बच्चे के पढाई से सम्बंधित doubts को हल कर सकें तो पढाई में उनकी मदद करें।
  2. अपनी अनुभव के आधार पे बच्चों को बेहतर तयारी करने का सिख दें। लेकिन हर बच्चे का एग्जाम-की-तयारी करने का अपना तरीका होता है। बच्चे को तयारी करना सिखाएं लेकिन अपनी इक्षा ना थोपें। बच्चा किस तरह से अपनी तयारी करना चाहता है उसे उसी तरह से तयारी करने दें। 
  3. बोर्ड एग्जाम के दौरान बच्चों से कोई भी negative बात ना करें। ऐसी बातें करें जिससे की बच्चों का मनोबल बढे। घर के माहौल को भी शांत और सकारात्मक रखें। बच्चे में overconfidence भी ना होने दें। इस बात का ध्यान रखें की बोर्ड एग्जाम से कई महीने पहले से ही आप के बच्चे की तयारी शुरू हो जानी चाहिए। बच्चों से पढाई सम्बन्धी बात करने के लिए रात्रि भोजन के समय का इस्तेमाल करें। 
  4. जब तक की बच्चे का बोर्ड एग्जाम ख़त्म ना हो जाये, टीवी का इस्तेमाल कम करें या हो सके तो टीवी पूर्ण रूप से ना चलायें। आप अपने पसंदीदा कार्यक्रम दिन के के वक्त देख लें जब बच्चे स्कूल में होते हैं। अधिकांश टीवी चैनल अपने कार्यक्रम अगले दिन दोहराते (repeat) करते हैं। बच्चों के बोर्ड एग्जाम के दौरान घर पे कोई function आयोजित ना करें। 
  5. बच्चों को ऐसे आहार दें जो उनके बौधिक छमता का विकास करे। एग्जाम के दौरान बच्चों को जंक फ़ूड जैसे की पिज़्ज़ा और नूडल्स से दूर रखें। 
  6. अगर बच्चे तयारी नहीं कर पा रहे हैं तो उनपे नाराज ना हों और ना ही उन्हें डांटे। कुछ बच्चों को अध्याये कंठस्थ करने में दुसरे बच्चों की उपेक्षा ज्यादा मेहनत करने पड़ती है। जिस तरह नाटे बच्चों को इस लिए नहीं डांटना चाहिए की वे लम्बे क्योँ नहीं हैं। उसी तरह कुछ बच्चों को इसलिए नहीं डांटना चाहिए क्यूंकि वे ज्यादा समय लेते हैं पाठ याद करने में या उसे जल्दी ही भूल जाते हैं। एग्जाम के दौरान तो बच्चों को बिलकुल भी नहीं डांटना चाहिए। इससे इनका stress level बढेगा जिस वजह से वे बोर्ड एग्जाम की तयारी प्रभावी तरीके से नहीं कर पाएंगे और ना ही बोर्ड एग्जाम में अच्छा प्रदर्शन कर पाएंगे। बोर्ड एग्जाम में ज्यादा नंबर इस तरह लायें
  7. जब तक बच्चे का बोर्ड एग्जाम चल रहा है, पारिवारिक समस्याओं का जिक्र ना करें। ये बातें बच्चों के stress level को बढ़ा सकता है और या फिर बच्चों के ध्यान को पढाई से भटका सकता है। घर पे हंसी ख़ुशी का माहौल बना के रखें। 
  8. परीक्षा के दिन बच्चे को आशीर्वाद दें ताकि उसका मनोबल बढे। स्कूल से लौटने के बाद उससे बहुत सारे सवाल ना करें। बच्चे के प्रश्नपत्र को review, बाद में करें जब उसकी सारे एग्जाम समाप्त हो जाएँ।

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बोर्ड एग्जाम के नाम से ही बच्चे डर जाते है और अपना संतुलन खो देते है। जबकि बोर्ड एग्जाम और स्कूल के एग्जाम में कोई खास अंतर नहीं होता  है। बोर्ड एग्जाम में पूरे सेलेबस की अच्छी तैयारी करनी चाहिए , कुछ भी अंश छूटना नहीं चाहिए।

बच्चे सफलता पाने के लिए बहुत प्रयास करते है। उनका यह प्रयास सही दिशा में हो , जिससे उनकी यह मेहनत सफल हो।

कुछ बातों का ध्यान रखने पर बच्चे बोर्ड एग्जाम में सफलता प्राप्त कर सकतें हैं।

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बोर्ड एग्जाम की तयारी के लिए बच्चों को निम्न बातें सिखाएं

बोर्ड एग्जाम की तयारी के लिए बच्चों को निम्न बातें सिखाएं:

  1. तनाव  मुक्त होकर पढ़ाई करना चाहिए। 
  2. अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए।
  3. कम से  कम 6 घंटा की नींद अवश्य ले।
  4. पढ़ाई को प्रभावशाली तरीके से करने के लिए , बीच में ब्रेक अवश्य ले। परन्तु इस बात का ध्यान रहे कि ब्रेक ज़यादा लम्बा न होने पाए।
  5. एक सुनियोजित टाईम - टेबल अवश्य बनाये।
  6. अनुशासित होकर पढ़ाई  पर पूरा ध्यान देना चाहिए।
  7. समय का ध्यान रखते हुए काम करें।
  8. मन को एकाग्रचित करने के लिए योगासन अवश्य करें।

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बच्चे के खान - पान हेतु निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिये

बच्चे के खान - पान हेतु निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिये:

  1. खाने में सुपाच्य चीजे खिलाएं।
  2. बच्चे को ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम , काजू , अखरोट आदि खाने को दें , जिससे उसका दिमाग फुर्तीला बन सकें।
  3. तली - भुनी चीजे न खिलाएं।
  4. बच्चे को खाने - पीने के लिए संतुलित व स्वादिष्ट आहार दें।
  5. उसके पसंद का ध्यान रखते हुए रात को हल्का खाना दें।
  6. एक साथ ज़्यादा खाना देने की जगह , थोड़ी - थोड़ी देर पर कुछ न कुछ खाने को दें।
  7. बच्चे को खूब पानी ज़्यादा पिलाएं , जिससे वह अपने को ताज़गी पूर्ण महसूस करेगा।

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माता - पिता को किन बातों का ध्यान रखना चाहिये

माता - पिता को किन बातों का ध्यान रखना चाहिये:

  1. बच्चे के पढ़ाई के लिए उसे शांति भरा माहौल दें।
  2. अपने बच्चे का किसी और से तुलना न करें , क्योंकि इससे बच्चे के आत्मविश्वास में कमी आती है।
  3. अपनी परेशानी और तनाव उस पर जाहिर न करें।
  4. बच्चों पर नम्बरों का बोझ न डालें बल्कि ज्ञान का साधन बनाए।
  5. घर का माहौल हल्का बना कर रखे।
  6. बच्चे के अनुरूप उसके पढाई का घंटा तय करें।
  7. बच्चे की परेशानी को समझने की कोशिश करें , तथा उसे निवारण करने का प्रयास  करें।
  8. अपने को तथा अपने बच्चे को सकारात्मक सोच से सीचें।
  9. बच्चों से मोबाइल तथा और गैजेट्स दूर रखें।
  10. बच्चा अपने टाइम - टेबल पर खरे उत्तरे , इस के लिए आपको खास ध्यान रखना होगा।

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परीक्षा भवन में बच्चों को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए

परीक्षा भवन में बच्चों को इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:

  1. अपने ज़रूरत के सभी सामान जैसे स्टेशनरी , प्रवेश - पत्र को परीक्षा भवन में साथ ले कर जाएँ।
  2. परीक्षा भवन में समय से पहुंच कर , अपना प्रश्न - पत्र सही तरीके से पढ़ें। जिससे पढ़ी हुई चीज़े याद आ जाएं।
  3. प्रस्तुति करण पर विशेष ध्यान दें।
  4.  स्पष्ट और सुंदर लेखन कार्य करें।
  5. प्रश्न संख्या पर ध्यान देते हुए ही उत्तर लिखें।
  6. उत्तर पुस्तिका में लिखे हुए उत्तरों को फिर से दोहरा लें। जिससे कहीं गलती न रह जाये।

इन सभी बातों का ध्यान रखते हुए अपने बच्चे को बोर्ड एग्जाम की तैयारी करवाएं। उसके आत्मविश्वास को बढ़ाते हुए उसे भरोसा दिलाएं की आप उसके साथ हैं। एग्जाम के दिन उसे एग्जाम की शुभ - कामनाएं दें और ईश्वर का ध्यान करें। आपका बच्चा ज़रूर सफल होगा और सफलता उसके कदम चूमेगी।

All The Best !!!

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