Category: बच्चों की परवरिश
By: Admin | ☺9 min read
बच्चे के जन्म के बाद माँ को ऐसे आहार खाने चाहिए जो माँ को शारीरिक शक्ति प्रदान करे, स्तनपान के लिए आवश्यक मात्र में दूध का उत्पादन में सहायता। लेकिन आहार ऐसे भी ना हो जो माँ के वजन को बढ़ाये बल्कि गर्भावस्था के कारण बढे हुए वजन को कम करे और सिजेरियन ऑपरेशन की वजह से लटके हुए पेट को घटाए। तो क्या होना चाहिए आप के Diet After Pregnancy!
शिशु के जन्म के बाद का समय एक माँ के लिए बहुत तकलीफ और थकावट भरा होता है। और अगर शिशु का जन्म सिजेरियन ऑपरेशन (C-section) के दुवारा हुआ है तब तो यह समय आप के लिए शारीरिक रूप से और भी दुखद हो सकता है।
शिशु के जन्म के तुरंत बाद का जो समय होता है उसमें आप को अपने आहार का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। आप का आहार ऐसा होना चाहिए जो आप को शारीरक शक्ति प्रदान कर सके और साथ ही आप के शिशु के स्तनपान की जरूरतों को भी ध्यान में रख सके।
कुछ लोगों का कहना है की ऑपरेशन के तुरंत बाद ठोस आहार ले सकती हैं, वहीँ कुछ लोग मानते हैं की ऐसा नहीं करना चाहिए।
ऐसे में सिजेरियन ऑपरेशन (C-section) के बाद बहुत सी महिलाएं इस दुविधा में रहती हैं की आखिर उनका आहार कैसा हो। इस लेख में हम आप को बताएँगे की सिजेरियन ऑपरेशन के बाद आप का आहार (Diet After Pregnancy) कैसा होना चाहिए।
आहार (Diet After Pregnancy) के बारे में बात करने से पहले ये जानना बहुत जरुरी है की आखिर पोषण ऑपरेशन के बाद क्यों इतना जरुरी है? तो इस सवाल का जवाब बहुत सीधा सा है।
ऑपरेशन के बाद आप के शरीर में पोषण की आवश्यकता बहुत बढ़ जाती है। शरीर को पोषण की जरुरत पड़ती है चंगाई के लिए यानी की healing की प्रक्रिया के लिए।
सही पोषण मिलने से आप के शरीर पे सिजेरियन ऑपरेशन (C-section) की वजह से बने जख्म जल्दी भर जाते हैं। आप के शरीर की आवश्यकता है की आप ऑपरेशन के बाद संतुलित आहार ग्रहण करें।
अपने भोजन में ऐसे आहारों को सम्मलित करें जिसमें उच्च मात्रा में गुणवत्ता वाले प्रोटीन, कार्बोहायड्रेट, विटामिन्स और आयरन हों।
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए आवश्यक है की वे अपनी दैनिक आवश्यकता से 500K calories ज्यादा ग्रहण करें। जो महिलाएं स्तनपान कराती हैं, वे केवल स्तनपान के जरिया हर दिन 500K कैलोरीज खर्च करती हैं।
अगर वे अपनी आहार के आलावा 500K calories और अलग से ग्रहण नहीं करती हैं, तो इसके उनके शरीर पे बुरा आसार पद सकता है साथ ही बच्चे को कुपोषण भी हो सकता है। यानी की स्तनपान के लिए दैनिक आवश्यकता के आलावा आप को 500K calories की और जरुरत पड़ेगी।
अगर आप ये सोच रही है की स्तनपान के दौरान आप को सबकुछ मिला के हर दिन कितने कैलोरी का आहार ग्रहण करना चाहिए? तो में बता दूँ की आप को हर दिन 1,800Kcal से ज्यादा कैलोरी का आहार हर दिन ग्रहण करने की आवश्यकता है।
आप इससे ज्यादा भी आहार ग्रहण कर सकती हैं। लेकिन इससे कम कैलोरी का आहार ग्रहण करना खतरनाक साबित हो सकता है।
इस लेख में आगे की जानकारी प्राप्त करने से पहले आप को हम यह बता देना चाहते हैं की सिजेरियन ऑपरेशन (C-section) के बाद पोषण सम्बन्धी कोई भी बदलाव करने पहले या कोई विशेष आहार लेने से पहले आप को अपने डॉक्टर से इसके बारे में जरूर पूछ लेना चाहिए।
ऑपरेशन के बाद हर स्त्री की शारीरिक अवस्था और दशा अलग-अलग होती है। डॉक्टर को अपने patient के शारीरिक की अवश्था और जरूरतों के बारे में सही जानकारी होती है, इसलिए वो आहार सा सम्बंधित सही जानकारी देने में सक्षम होते हैं।
इस लेख के दुवारा आप को आहारों के बारे में जानकारी देने का हमारा उद्देश्य इतना है की आप केवल यह जान सके की कौन से आहार आप के लिए सिजेरियन ऑपरेशन (C-section) के बाद फायदेमंद है और कौन से नुकसानदेह। लेकिन आप के लिए सही आहारों का निर्णेय केवल एक डॉक्टर ही ले सकता है।
सिजेरियन ऑपरेशन (C-section) के बाद आप का आहार ऐसा होना चाहिए ताकि ऑपरेशन के बाद बने आप के पेट के जख्म पे जोर न पड़े। ऑपरेशन के बाद के आप के आहार में क्या विशेषता होनी चाहिए- ये हम आप को निचे बता रहे हैं।
ऑपरेशन के बाद आप का आहार ऐसा होना चाहिए जो आसानी से हजम हो जाये और आप के पेट के जख्म पे जोर भी न पड़े। शिशु के जन्म के बाद माताओं के पेट में गैस बहुत बनता है।
इसीलिए ऑपरेशन के बाद आप को ऐसे आहारों के बारे में विशेष जागरूक रहने की आवश्यकता है जो गैस के लिए जाने जाते हैं और उनसे दूर रहें।
आसानी से गैस बनाने वाले आहार आप के तकलीफ को बढ़ा सकते हैं। आप अपने भोजन में ऐसे आहार सम्मलित कर सकती हैं जिनमें प्रचुर मात्रा में फाइबर हो।
फाइबर युक्त आहार आप को कब्ज (constipation) की समस्या से बचाएंगे। ये आहार ऐसे होने चाहिए जिनमें पोषण भी भरपूर मात्रा में हो जैसे की पनीर (cottage cheese), सूप, दही, वगैरह।
कच्ची दही (दही को बिना आंच पे पकाये) खाने से आप के पेट में सही bacteria का संतुलन बनेगा और ख़राब bacteria कम होंगे। डब्बा बंद दही से कोई फायदा नहीं है। डेरी उत्पाद की दुकानों में मिलने वाला दही ही प्रयोग करें।
ऐसे आहार जिसमें फैटी एसिड (Fatty acids) प्रचुर मात्रा में होता है आप को कब्ज (constipation) से बचाएगा और साथ ही यह शिशु के विकास के लिए भी अच्छा है।
आप आहारों के दुवारा जो पोषण ग्रहण करती है, उसी को आप का शिशु स्तनपान के जरिये ग्रहण करता है। उन आहारों को ग्रहण न करिये जो आसानी से हजम नहीं होते हैं जैसे की पास्ता।
एक बार आप का सिजेरियन ऑपरेशन (C-section) के दुवारा बना जख्म पूरी तरह से स्वस्थ हो जाये तो आप फिर से पहले जैसे आहार ग्रहण कर सकती हैं।
प्रोटीन आप के शरीर में नई मास पेशियोँ और कोशिकाओं को बनाने में मदद करती हैं। साथ ही शरीर पे बने जख्म को भरने में भी इनका बड़ा योगदान है।
ऑपरेशन के बाद आप के शरीर पे बने जख्म और कमजोरी को प्रोटीन युक्त आहार ख़त्म करता है। प्रोटीन युक्त आहार के लिए आप इन आहारों को ग्रहण कर सकती हैं: मछली, अंडा, चिकन, डेरी उत्पाद, मास, मटर, दाल, राजमा, और अनेक प्रकार के सूखे मेवे।
स्तनपान के दौरान आप के शरीर को प्रोटीन की बहुत आवश्यकता होती है इस वजह से ये आसानी हजम हो जाते हैं। मछली में omega-3 fatty acids जो शिशु के बौद्धिक और शारीरिक विकास के लिए बेहद जरुरी है।
अंडे में जिंक होता है जो माँ की सेहत के लिए बहुत आवश्यक है। आप सुबह नाश्ते मैं protein shakes भी पी सकती हैं। इससे भी आप के शरीर में प्रोटीन की कमी पूरी होगी।
Vitamin C आप के शरीर में जख्म को भरने की प्रक्रिया को कई गुना बढ़ा देता है। साथ है आप के शरीर पे बने जख्म को संक्रमण से भी बचाता है।
इसमें प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक antioxidant होता है जो घाव को भरने में मदद करता है। Vitamin C के लिए आप अपने आहार में ढेरों फल और सब्जियां सम्मलित कर सकती हैं जैसे की संतरे, तरबूज, पपीता, स्ट्रॉबेरी, अंगूर, शक्करकंद, टमाटर, गोभी, और ब्राकोली।
अगर आप स्तनपान कराती है तो आप को हर दिन कम से कम 2,000mg vitamin C अपने आहार के दुवारा ग्रहण करने की आवश्यकता है।
सिजेरियन ऑपरेशन (C-section) के बाद शरीर में खून की थोड़ी कमी होना आम बात है। शरीर में खून की मात्रा को बढ़ाने के लिए आयरन एक आवश्यक तत्त्व है।
आयरन स्त्री के शरीर में रोग प्रतिरोधक छमता को बढ़ाने में भी बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आयरन से भरपूर आहार हैं - अंडे की जर्दी, मास, अंजीर, राजमा, और मेवे (dry fruits)। लेकिन आयरन की बहुत ज्यादा मात्रा लेने से भी आप को बचना चाहिए।
आयरन युक्त आहार शरीर में कब्ज भी पैदा करते हैं जिससे मल त्याग के दौरान ज्यादा जोर लगाना पड़ता है जो सिजेरियन ऑपरेशन (C-section) के जख्म के लिए ठीक नहीं है।
आयरन से भरपूर आहार बहुत जरुरी हैं, लेकिन एक सिमित मात्रा में ही। अगर आप स्तनपान करा रही हैं तो आप को आहारों के दुवारा हर दिन कम से कम 9mg आयरन लेने की आवश्यकता है।
कैल्शियम शरीर की मास पेशियोँ को आराम पहुंचता है। लेकिन साथ ही ये दातों और हाड़ियोँ को भी मजबूती देते है। स्तापन के दौरान, शरीर में दूध बनने की प्रक्रिया में माँ के शरीर से कैल्शियम बहुत तेजी से ख़त्म होता है।
दूध में कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होता है और ये कैल्शियम आता है माँ के शरीर से। तभी तो माँ बनने के बाद स्त्री के शरीर में हड्डियोँ से सम्बंधित रोग देखने को मिल जाते हैं।
जैसे की दन्त की समस्या, दातों का खोखला (cavity) होना, ऑस्टियोपोरोसिस आदि। इसीलिए स्तनपान करने वाली माँ को ऐसे आहार कहें चाहिए जो उसके शरीर के कैल्शियम की कमी को पूरा कर सके।
अगर आप स्तनपान कराती है तो आप को आहारों के दुवारा हर दिन कम से कम 250 to 350mg कैल्शियम लेने की आवश्यकता है।
स्तनपान करने वाली माँ को गाए का दूध बहुत फायदा पहुंचा सकता है। ये न केवल आप के शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करेगा बल्कि आप के शरीर में दूध के उत्पादन को भी बढ़ाएगा।
फाइबर युक्त आहार शरीर में कब्ज (constipation) की सम्भावना को कम करता है। सिजेरियन ऑपरेशन (C-section) के बाद कब्ज (constipation) का होना खतरनाक हो सकता है क्योँकि इससे ऑपरेशन के घाव पे जोर पड़ता है।
सभी प्रकार के फल और सब्जियां फाइबर के अच्छे स्रोत हैं। अगर आप फाइबर के लिए फलों को अपने आहार में सम्मलित कर रही हैं तो फलों का जूस पिने की बजाये, पूरा फल खाएं।
फलों के जूस से आप के शरीर को फाइबर नहीं मिलेगा। जूस बनाते वक्त फलों के जिस गूदे को फेंक दिया जाता है, उसी में फाइबर होता है।
सिजेरियन ऑपरेशन (C-section) के बाद खूब तरल लेने से शरीर में पानी की कमी पूरी होती है, और कब्ज (constipation) की सम्भावना भी कम होती है।
आप को हर कम से कम 8 से 10 गिलास पानी हर दिन पिने की आवश्यकता है। शरीर में तरल की मात्रा बढ़ाने के लिए आओ तरल कई तरह से भी ले सकती हैं जैसे की दूध, हर्बल चाय, नारियल का पानी, लस्सी, छाज, सूप, और फलों का जूस।
शरीर में तरल की आवश्यकता स्तनपान करने के लिए भी पड़ती है। स्तनपान करने वाली महिलाओं को इसीलिए प्यास ज्यादा लगती है।
तरल आहार के रूप में लस्सी और छाज (buttermilk) लेने से स्तनों में दूध मि मात्रा बढ़ती है। कॉफ़ी और कोल्ड्रिंक में caffeine होता है, इसीलिए इससे दूर रहें। इसे आप के शिशु की सेहत और बौद्धिक विकास के लिए सही नहीं है।
सिजेरियन ऑपरेशन (C-section) के बाद (शिशु के जन्म के बाद) भूख बहुत लगती है। तथा दिन भर थाखान भी बहुत लगता है।
हम आप को यहां सिजेरियन डिलीवरी के बाद की आहार तालिका (Food Diet After Pregnancy) के बारे में बता रहे हैं जिससे आप को मदद मिलेगी।
पनीर, दही और छाज बहुत अच्छे दूध उत्पाद हैं जो शरीर में प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन B और D प्रदान करते हैं। ये पोषक तत्त्व स्तनपान करने वाली माताओं के लिए नितांत आवश्यक है। आप को हर दिन कम से कम आधा लीटर दूध हर दिन पिने की आवश्यकता है।
आनाज में पोषक तत्त्व बहुत होते हैं लेकिन अधिकांश पोषक तत्त्व उसके बाहरी त्वचा में स्थित होते हैं। जब processing के दौरान इनके बाहरी आवरण को अलग कर दिया जाता है तो उसके साथ-साथ इनका अधिकांश पोषक तत्त्व भी अलग हो जाता है और रह जाता है केवल कार्बोहायड्रेट।
कार्बोहायड्रेट केवल चीनी की तरह है और उसका प्रभाव भी शरीर पे चीनी की तरह ही पड़ता है। कार्बोहायड्रेट शरीर को ऊर्जा तो प्रदान करता है लेकिन पोषण नहीं। इसीलिए मैदे की तुलना में आंटा बेहतर विकल्प है जिसे छान कर चोकर नहीं निकाला गया है।
चक्की का पिसा हुआ आंटा (यानी की बिना छना हुआ आंटा) शरीर को ऊर्जा (energy) के साथ साथ पोषक तत्त्व भी प्रदान करता है।
साबुत अनाज (Whole grains) शरीर को folic acid, iron और fiber प्रदान करता है जो शिशु के शारीरिक विकास में बहुत महत्वपूर्ण है।
कुछ महिलाओं को रात भर सोने के बाद भी आराम नहीं मिलता है और सुबह उठने के बाद थकन और बहुत irritation रहता है उन्हें साबुत अनाज (Whole grains) से बने सुबह के नाश्ते से आराम मिलता है।
साइट्रस फल जैसे की संतरे, और antioxidant से भरपूर फल जैसे की आनर स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए बहुत फायदे मंद है। ऐसा इस लिए क्योँकि साइट्रस फलों में प्रचुर मात्रा में vitamin C होता है।
हरी सब्जियां जैसे की मटर, भिंडी, परवल, बोड़ा, सागा प्याज, चौलाई साग, पालक साग, लौकी इत्यादि सब्जियों में भरपूर मात्रा में vitamins A and C, iron and dietary calcium होता है।
इन सब में कैलोरी की मात्रा कम होती है और पोषक तत्वों की भरमार। फल और सब्जियां, माँ और बच्चे दोनों की सेहत के लिए फायेदमंद है।
गहरे रंग की सब्जियां जैसे की राजमा, काली उरद की दाल, मैं प्रचुर मात्रा में आयरन होता है। स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए आयरन से युक्त आहार बहुत महत्वपूर्ण है। मशरुम, गाजर और लाल खजूर भी आयरन के अच्छे विकल्प हैं।
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