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By: Salan Khalkho | ☺1 min read
जुड़वाँ बच्चे पैदा होना इस गावं में आम बात है और इस गावं की खासियत भी| इसी कारण इस गावं में जुड़वाँ बच्चों की संख्या हर साल बढ़ रही है|
भारत में एक ऐसा अनूठा गावं है जहाँ पैदा होते हैं जुड़वा बच्चे। ऐसे देखें तो दुनिया भर में हर एक हजार बच्चों में चार जुड़वाँ बच्चे पैदा होते हैं। लेकिन भारत का यह एक ऐसा अजब गावं है जहाँ हर 1000 पर 45 जुड़वाँ बच्चे पैदा होता हैं। यह गावं विश्व में दूसरे स्थान पे है और एशिया में पहले स्थान पे।

भारत का यह गावं केरल के मलप्पुरम जिले में स्थित कोडिन्ही गाँव (Kodihni) है। इस गावं को जुड़वाँ गावं भी कहा जाता है। इस गावं में करीब 350 जुड़वाँ बच्चों के जोड़े रहते हैं। यानी 740 के करीब जुड़वाँ बच्चे है। इस गावं मैं। इस गावं की कुल आबादी 2000 है। इस गावं में अगर आप सैर के लिए आएंगे तो आप पाएंगे की school से लेकर बाजार तक - हर जगह आपको जुड़वाँ बच्चे (हमशकल) ही दिखेंगे।
जुड़वाँ बच्चे पैदा होना इस गावं में आम बात है और इस गावं की खासियत भी। इसी कारण इस गावं में जुड़वाँ बच्चों की संख्या हर साल बढ़ रही है।
साल 2008 में जब इस गावं का सर्वेछण किया गया था तब इस गावं में हर 300 पे 15 जुड़वाँ बच्चे थे। इस गावं मैं सिर्फ जुड़वाँ बच्चे ही नहीं है, कई घर तो ऐसे हैं जहाँ 3-3 बच्चे भी हैं।

आज से लग-भग करीब 70 साल पहले इस गावं में पहली बार जुड़वाँ बच्चे पैदा हुए थे। उसके बाद तो मनो जुड़वाँ बच्चों का सील-सिला ही चालू हो गया। शुरुआती सालों में तो इक्के-दुक्का ही जुड़वाँ बच्चे पैदा होते थे। लेकिन पिछले कुछ दशकों में इसमें तेज़ी आ गयी है। अब इस गावं में बहुत ज्यादा संख्या में जुड़वाँ बच्चे पैदा होने लगे हैं। कुल जुड़वाँ बच्चों की आधी संख्या तो केवल पिछले 10 सालों में ही पैदा हुई है। अब तो आलम यह है इस इस गावं में हर घर में जुड़वाँ बच्चे पैदा हो रहे हैं।
केरल के मलप्पुरम जिले में स्थित कोडिन्ही गाँव ही एक मात्र ऐसा गावं नहीं है जहाँ इतनी बड़ी तादाद में जुड़ा बच्चे पैदा हो रहे हैं। अगर विश्व स्तर पे देखें तो नाइज़ीरिआ में एक स्थान है जिसका नाम है इग्बो-ओरा। यहां पर जुड़वाँ लोगों की इतनी भरमार है की जितनी आप को पुरे विश्व में दूसरी जगह नहीं पाएंगे।
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