Category: प्रेगनेंसी
By: Salan Khalkho | ☺13 min read
नारियल का पानी गर्भवती महिला के लिए पहली तिमाही में विशेषकर फायदेमंद है अगर इसका सेवन नियमित रूप से सुबह के समय किया जाए तो। इसके नियमित सेवन से गर्भअवस्था से संबंधित आम परेशानी जैसे कि जी मिचलाना, कब्ज और थकान की समस्या में आराम मिलता है। साथी या गर्भवती स्त्री के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है, शिशु को कई प्रकार की बीमारियों से बचाता है और गर्भवती महिला के शरीर में पानी की कमी को भी पूरा करता है।

प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला के लिए नारियल पानी बहुत फायदेमंद है क्योंकि इसके सेवन से कई तरह की बीमारियां और प्रेगनेंसी से संबंधित कई प्रकार की जटिलताएं दूर होती है।
यह गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा होता है। नारियल पानी में कई प्रकार के पोषक तत्व मौजूद रहते हैं जो गर्भवती स्त्री के शरीर में पोषण की आवश्यकता को पूरा करते हैं।
इस लेख में हम आपको बताएंगे नारियल के उन सभी फायदों के बारे में जो प्रेगनेंसी के दौरान इसके सेवन से एक गर्भवती महिला को मिलता है।
गर्भावस्था में नारियल पानी का सेवन शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स और तरल पदार्थो की मात्रा की दैनिक आवश्यकता की पूर्ति करता है।

नारियल पानी में चीनी, सोडियम और प्रोटीन के साथ ही इलेक्ट्रोलाइट्स, क्लोराइड्स, मैग्नीशियम, कैल्शियम, रिबोफ्लेविन और विटामिन सी की प्रचुर मात्रा होती है।
साथ ही इसमें अन्य कई तरह के विटामिन्स, खनिज, और कार्बोहाइड्रेट भी पाया जाता है। यह गर्भ में शिशु के विकास के लिए और गर्भवती महिला की स्वास्थ्य के लिए बहुत आवश्यक है।
नारियल पानी शरीर में खून के स्तर को बढ़ाने, यूरिनल इंफेक्शन को दूर करने और ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक है।

(Benefits of coconut water in pregnancy)

गर्भावस्था के दौरान एक गर्भवती महिला को कई प्रकार की पोषण की आवश्यकता पड़ती है। एक ही प्रकार के आहार से हर प्रकार के पोषण की कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है।
इसीलिए गर्भावस्था के दौरान अपने खाने में एक गर्भवती महिला को कई प्रकार के आहार ओं को सम्मिलित करना चाहिए। मौसम के अनुसार फल और सब्जियों को भी अपने आहार में सम्मिलित करना चाहिए।
गर्भवती महिला के शरीर को हर प्रकार के पोषण को प्रदान करने में नारियल का पानी भी बहुत महत्वपूर्ण है।
गर्भावस्था के दौरान पोषण की आवश्यकता ना केवल गर्भवती महिला को पड़ता है बल्कि उसके गर्भ में पल रहे शिशु को भी शारीरिक विकास के लिए कई प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता पड़ती है।
नारियल का पानी कैसा तरल है जो गर्भवती महिला और उसी घर में पल रहे शिशु को पोषण से संबंधित की कई प्रकार की आवश्यकताओं को पूरा करता है।

गर्भावस्था के दौरान नारियल का सेवन कई तरह से किया जा सकता है - उदाहरण के लिए आप नारियल पानी, नारियल की चटनी, सूखा हुआ नारियल या फिर सफेद नारियल भी खा सकती हैं।
यह सभी नारियल के अलग-अलग रूप है। चाहे आप नारियल को जिस तरह भी खाएं, आपके शरीर को इसके कई तरह के लाभ मिलेंगे। यह हृदय रोगों की समस्या को दूर करेगा, दिमाग और मानसिक समस्याओं को जैसे कि चिड़चिड़ापन इत्यादि को दूर करेगा, आपके शरीर की प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाएगा, आपके वजन को नियंत्रण में रखेगा और आपके बालों को मजबूती प्रदान करेगा।
यह आमतौर पर पाया गया है कि गर्भावस्था के दौरान महिलाएं थोड़ी चिड़चिड़ी हो जाती है, यह शरीर में हो रहे हारमोंस बदलाव की वजह से होता है। गर्भावस्था के दौरान यह भी देखा गया है कि कुछ महिलाओं के बाल जरूरत से ज्यादा झड़ने लगते हैं। नारियल का पानी इन दोनों समस्याओं को जड़ से हल करता है।
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं में थकान पर डिहाइड्रेशन की समस्या एक आम बात है। नारियल का पानी एक तरह का आइसो टॉनिक वॉटर है जो गर्भवती स्त्री को हमेशा एनर्जेटिक रखता है।
नारियल पानी में प्राकृतिक नमक ( नेचुरल शॉट) पाया जाता है जो शरीर के लिए गर्भावस्था के दौरान बहुत फायदेमंद है।नारियल पानी गर्भावस्था के दौरान एनीमिया, कब्ज और अम्लता (एसिडिटी) और मॉर्निंग सिकनेस सुरक्षा प्रदान करता है।

आयुर्वेद के अनुसार नारियल पानी को रेचक (लैक्सेटिव) के रूप में प्रयोग किया जाता है। यह ठंडक उल्टी और पैत्तिक बुखार को दूर करता है। यदि आपको प्यास लगा है और आप अपनी प्यास बुझाने के लिए पानी के अलावा किसी अन्य पये की तलाश कर रही हैं तो हम आपको यही राय देंगे कि आप सोडायुक्त पेय या डिब्बाबंद फलों के रस की बजाये, अगर नारियल पानी का विकल्प मौजूद है तो नारियल पानी ही पीजिए। नारियल पानी में ना तो किसी प्रकार का कृत्रिम स्वार्थ होता है ना ही इसे सुरक्षित रखने के लिए किसी प्रकार के प्रिजर्वेटिव का इस्तेमाल किया जाता है।
साथी इसके पीने से आपके शरीर को कई प्रकार के पोषक तत्व भी मिलते हैं - लेकिन सोडायुक्त पेय आपके शरीर को मात्र खाली कैलोरी (empty calorie) मिलेगा जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है।
नारियल पानी चाय और कॉफी कभी अच्छा विकल्प है। गर्भावस्था के दौरान जितना कम हो सके कॉपी करते माल करें क्योंकि इसमें कैफीन की थोड़ी मात्रा होती है जो गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है।

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11 महीने के बच्चे का आहार सारणी इस तरह होना चाहिए की कम-से-कम दिन में तीन बार ठोस आहार का प्रावधान हो। इसके साथ-साथ दो snacks का भी प्रावधान होना चाहिए। मगर इन सब के बावजूद आपके बच्चे को उसके दैनिक जरुरत के अनुसार उसे स्तनपान या formula milk भी मिलना चाहिए। संतुलित आहार चार्ट
अकॉर्डियन पेपर फोल्डिंग तकनीक से बनाइये घर पे खूबसूरत सा मोमबत्ती स्टैंड| बनाने में आसान और झट पट तैयार, यह मोमबत्ती स्टैंड आप के बच्चो को भी बेहद पसंद आएगा और इसे स्कूल प्रोजेक्ट की तरह भी इस्तेमाल किया जा सकता है|
कुछ बातों का ध्यान रखें तो आप अपने बच्चे के बुद्धिस्तर को बढ़ा सकते हैं और बच्चे में आत्मविश्वास पैदा कर सकते हैं। जैसे ही उसके अंदर आत्मविश्वास आएगा उसकी खुद की पढ़ने की भावना बलवती होगी और आपका बच्चा पढ़ाई में मन लगाने लगेगा ,वह कमज़ोर से तेज़ दिमागवाला बन जाएगा। परीक्षा में अच्छे अंक लाएगा और एक साधारण विद्यार्थी से खास विद्यार्थी बन जाएगा।
चावल का पानी (Rice Soup, or Chawal ka Pani) शिशु के लिए एक बेहतरीन आहार है। पचाने में बहुत ही हल्का, पेट के लिए आरामदायक लेकिन पोषक तत्वों के मामले में यह एक बेहतरीन विकल्प है।
जब बच्चा आहार ग्रहण करने यौग्य हो जाता है तो अकसर माताओं की यह चिंता होती है की अपने शिशु को खाने के लिए क्या आहर दें। शिशु का पाचन तंत्र पूरी तरह विकसित नहीं होता है और इसीलिए उसे ऐसे आहारे देने की आवश्यकता है जिसे उनका पाचन तंत्र आसानी से पचा सके।
बच्चों को गोरा करने के कुछ तरीके हैं (rang gora karne ka tarika) जिनके इस्तेमाल से आप अपने बच्चे को जीवन भर के लिए साफ और गोरी त्वचा दे सकतें हैं। हर माँ आपने बच्चों को लेके बहुत सी चीज़ों के लिए चिंतित रहती है। उनमें से एक है बच्चे की त्वचा। अक्सर मायें चाहती हैं की उनके बच्चे की त्वचा मे कोई दाग न हो।
बच्चों का मालिश बहुत महत्वपूर्ण है। आप के बच्चे का स्पर्श आप के प्यार और दुलार का एक माध्यम है। मालिश इसी का एक रूप है। जिस प्रकार से आप के बच्चे को पौष्टिक भोजन की आवशकता अच्छे growth और development के लिए जरुरी है, उसी तरह मालिश भी जरुरी है।