Category: बच्चों का पोषण
By: Salan Khalkho | ☺2 min read
माँ के दूध से मिलने वाले होर्मोनेस और एंटीबाडीज बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी है| ये बच्चे के शरीर को viruses और bacteria से मुकाबला करने में सक्षम बनता है| स्तनपान वाले बच्चों में कान का infection, साँस की बीमारी और diarrhea कम होता है| उन बच्चों को डॉक्टर को भी कम दिखाना पड़ता है|
माँ का दूध बच्चों के लिए सर्वश्रेष्ठ है क्योँकि इसमें जरुरी पोषक तत्त्व जैसे की vitamins, protein और fat ठीक उसी अनुपात में बच्चे को मिलता है जैसा की उसे चाहिए। जैसे-जैसा बच्चा बड़ा होता है उसकी nutritional needs बदलती रहती है। बच्चे की बदलती जरुरत के अनुसार माँ के दूध में मौजूद तत्वों का अनुपात भी बदलता रहता है।
माँ का दूध बच्चे के उम्र के हर पड़ाव में सबसे उपयुक्त आहार है और वो सब बच्चे को देता है जो बच्चे के विकास के लिए जरुरी है। माँ का दूध बच्चे को उस रूप में मिलता है जिससे उसका पाचन तंत्र आसानी से हजम कर सके। माँ के स्तनों में दूध बच्चे की आवश्यकता के अनुसार बनता है। ठीक उसी तरह जिस तरह बच्चे के शरीर को चाहिए।
माँ के दूध से बच्चे को माँ के शरीर की होर्मोनेस और एंटीबाडीज भी मिलती है। ये होर्मोनेस और एंटीबाडीज बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी है। माँ के दूध में मौजूद antibodies बच्चे के शरीर को सक्षम बनता है की वो viruses और bacteria के साथ मुकाबला कर सके और स्वस्थ रह सके। जिन बच्चों को शुरुआती 6 month में केवल माँ का दूध मिल उन बच्चों में कान का infection, साँस की बीमारी और diarrhea कम होता है। उन बच्चों को डॉक्टर को भी कम दिखाना पड़ता है।
गाए के स्तनों में दूध उस तरह बनता है जिस तरह एक बछड़े के शरीर को आवश्यकता होती है। गाए का दूध बच्चे के लिए आहार तो हो सकता है मगर वो सारे hormones और antibodies नहीं दे सकता जो माँ के दूध से बच्चे को मिलता है। इसीलिए माँ के दूध से बच्चा स्वस्थ्य और तंदरुस्त होता है।
गाए के दूध में गाए वाले हॉर्मोन और गाए वाले antibody होते हैं जो एक बछड़े के लिए उपयुक्त है मगर एक नवजात शिशु के लिए नहीं। यही कारण है की गाए का दूध देने पे बच्चे को दस्त हो जाता है और बहुत से बच्चों को एलेर्जी का सामना भी करना पड़ता है। दस्त और एलेर्जी गाए के दूध से बच्चे को होने वाले कुछ side affects हैं।
बच्चों से सम्बंधित शोध में यह बात सामने आयी है की जिन बच्चों को माँ का दूध मिला उनका IQ score बाकि बच्चों के मुकाबले ज्यादा पाया गया। गाए के दूध में ऐसा हॉर्मोन नहीं की जो मानव IQ score बढ़ाने में सहायक हो सके। स्तनपान कराने के दौरान माँ और बच्चा भौतिक तौर पे एक दूसरे के बहुत करीब होते हैं, दोनों की त्वचा एक दूसरे के संपर्क में होती है। और ये समय जो दोनों एक दूसरे के साथ गुजरते हैं, मदद करता है माँ और बच्चे में एक अच्छी bonding develop करने मैं।
स्तनपान वाले बच्चे में मोटापा की समस्या कम देखी गयी है। हर साल भारत में लाखों बच्चे SIDS (sudden infant death syndrome) से मौत के शिकार होता हैं। जिन बच्चों को स्तनपान कराया जाता है उन बच्चों को SIDS का खतरा भी कम रहता है।
अगर आप एक माँ हैं तो संकल्प लीजिये की आप अपने बच्चे को पहले 6 month सिर्फ अपना स्तनपान ही कराएंगी।