Category: स्वस्थ शरीर
By: Editorial Team | ☺6 min read
गर्मियों में बच्चों के लिए कपड़े खरीदते वक्त रखें इन बातों का विशेष ध्यान। बच्चों का शरीर बड़ों (व्यस्क) की तरह शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में सक्षम नहीं होता है। यही वजह है कि बच्चों को ठंड के मौसम में ज्यादा ठंड और गर्मियों के मौसम में ज्यादा गर्म लगता है। इसीलिए गर्मियों के मौसम में आपको बच्चों के कपड़ों से संबंधित बातों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।
भारत के अधिकांश राज्यों में गर्मी के दिनों में पारा 40 डिग्री के पार चला जाता है। अत्यधिक गर्मी की वजह से छोटे बच्चों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है और उनके बीमार पड़ने का खतरा भी बढ़ जाता है।
लेकिन अगर आप गर्मी के दिनों के लिए बच्चों के कपड़ों को चुनते वक्त कुछ बातों का विशेष ख्याल रखें तो आप बच्चों को गर्मियों की वजह से होने वाले कई प्रकार की समस्याओं से बचा सकती हैं।
इसलिए गर्मियों में हमें चुभने वाली हीट, घमौरियां, रैशेज और कई अन्य प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों को होता है।
अक्सर माताएं गर्मियों के दिनों में इस बात को लेकर चिंतित रहती है कि अपने बच्चों की देखभाल किस तरह करें। विशेषकर चिंता इस बात की होती है कि किस तरह के कपड़े बच्चों को पहनाएं ताकि बच्चे आराम महसूस करें। कपड़े ऐसे होने चाहिए जो शिशु के शरीर के तापमान को कम करें ना कि बढ़ाएं।
हम आपको शिशु के कपड़ों के संबंधित पांच बातें बताएंगे जो आपके शिशु को स्वस्थ और त्वचा को आरामदायक तो रखेगा साथ ही ऐसे कपड़े जो गर्मियों द्वारा होने वाले कई आम समस्याओं से भी आपके शिशु को बचाएगा।
गर्मी के दिनों में बच्चों में जो सबसे आम समस्या देखने को मिलती है वह स्किन पर रैशेज व फोड़ों का होता है। चलिए देखते हैं इन पांच बातों को:
बच्चों का अच्छी तरह से देखभाल करना एक बहुत ही कठिन काम है और उनमें से सबसे ज्यादा मुश्किल काम है कि बच्चों के लिए मौसम के अनुसार सही कपड़ों का चुनाव करना।
अगर कपड़ों का चुनाव ठीक तरह से ना किया जाए तो इससे ना केवल बच्चों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है बल्कि वह बीमार भी पड़ सकते हैं। हम आपको यहां कुछ टिप्स बता रहे हैं,
जब भी आप अपने शिशु के लिए कुछ कपड़े खरीदने जाएं तो इन टिप्स का सदैव ध्यान रखिएगा। ये टिप्स ना केवल आपको समझदारी पूर्वक कपड़ा खरीदने में मदद करेंगे बल्कि यह आपके पैसों की बचत भी करेंगे।
इसके अलावा गर्मी के दिनों में आपको शिशु को स्वस्थ और आरामदायक रखने के लिए निम्न बातों का भी ध्यान रखना पड़ेगा।
गर्मियों में बच्चों के लिए सूती कपड़े सबसे बेहतर होते हैं। अन्य फैब्रिक से बने कपड़े शिशु के शरीर में घमौरियों और हीट रैशेज पैदा कर सकते हैं। जबकि सूती कपड़े शिशु के शरीर से आसानी से पसीने को सोख लेते हैं और शिशु के शरीर पर घमौरियों को बनने से रोकते हैं।
गर्मी के दिनों में जब दिन के वक्त आप अपने शिशु को घर से बाहर ले करके जाएं तो पूरी वह वाले कपड़े पहनाए। शिशु के सिर पर जोड़ी रिम वाली टोपी भी पहन आएं ताकि शिशु के शरीर को सूरज के अल्ट्रावॉयलेट (UV) किरणों से बचाया जा सके।
डायपर से मां-बाप को काफी सुविधा मिलती है लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि शिशु को डायपर को हर 3 घंटे पर बदलते रहे। अगर आप शॉपिंग के लिए बाहर गए हैं तो हर थोड़े-थोड़े समय अंतराल पर शिशु के डायपर को टटोल कर देखते रहे कि कहीं वह अत्यधिक मिला तो नहीं हो गया है।
गर्मी के दिनों में नमी और पसीने की वजह से बैक्टीरिया आसानी से पनपने लगते हैं जिस वजह से शिशु के त्वचा पर डायपर रैशेज पड़ जाते हैं। शिशु का डायपर बदलते समय या शिशु का मल साफ करते समय डायपर वाली जगह को धोए और सुखाकर ही डायपर बदले।
शिशु का शरीर छोटा होता है और गर्मियों के दिनों में थोड़े ही समय में पसीने के रूप में शरीर का काफी पानी खो देता है। इसीलिए शिशु को हर थोड़ी थोड़ी देर पर पानी या दूध पिलाते रहें जिससे शिशु के शरीर में पानी का स्तर बना रहे।
गर्मियों के दिनों में बच्चों को भूख कम और प्यास ज्यादा लगता है इसीलिए उन्हें अब अन्य तरल पदार्थ भी दे सकती हैं जैसे फलों का रस, मिल्क शेक छाछ इत्यादि।
गर्मियों के दिनों में शिशु की त्वचा पर तेल लगने से नुकसान ज्यादा और फायदा कम होता है। या प्रत्यक्ष धोया तो जो जिस इस में खुजली, हीट रैशेज, तथा फोड़े होने की संभावना बढ़ जाती है।
शिशु के नैपी वाले स्थान को, गर्दन के पीछे, कंधे तथा पीठ को अच्छी तरह से धोकर साफ करें। शिशु के पूरे शरीर पर पाउडर ना लगाएं क्योंकि पसीने की वजह से पाउडर शरीर के उस स्थान पर जम जाता है जिसकी वजह से शिशु के शरीर में खुजली होता है तथा बैक्टीरिया आ को पनपने का मौका मिलता है।
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