Category: प्रेगनेंसी

गर्भावस्था (प्रेगनेंसी) में ब्लड प्रेशर का घरेलु उपचार

By: Vandana Srivastava | 5 min read

गर्भावस्था में ब्लड प्रेशर का उतार चढाव, माँ और बच्चे दोनों के लिए घातक हो सकता है। हाई ब्लड प्रेशर में बिस्तर पर आराम करना चाहिए। सादा और सरल भोजन करना चाहिए। पानी और तरल का अत्याधिक सेवन करना चाहिए। नमक का सेवन सिमित मात्र में करना चाहिए। लौकी का रस खाली पेट पिने से प्रेगनेंसी में बीपी की समस्या को कण्ट्रोल किया जा सकता है।

गर्भावस्था (प्रेगनेंसी) में ब्लड प्रेशर का घरेलु उपचार

किसी भी महिला के लिए माँ बनना एक सुखद एहसास हैं। ऐसे तो भावी माँ को बहुत तरह की मानसिक और शारीरिक दिक्कते आती हैं जो पूरे गर्भधारण के समय बनी रहती हैं। 

इन सब में सबसे अधिक परेशानी ब्लड प्रेशर के उतार चढाव से होता हैं जो बच्चे और माँ दोनों के लिए ही खतरनाक हो सकता हैं इस लिए गर्भावस्था के दौरान ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने की कोशिश करनी चाहिए।

यदि कोई महिला हाइपर टेंशन से पीड़ित हैं तो उसे हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता हैं।डॉक्टर के अनुसार ब्लड प्रेशर की नियमित जांच कराना चाहिए।शुरू के दिनों में हर छठे हफ्ते जांच करानी चाहिए बाद में यह समयावधि बढ़ा देनी चाहिए। 

घबराहट में सास लेने में भी दिक्कत

ब्लड प्रेशर से गर्भ में पल रहे बच्चे के ऊपर बहुत ही बुरा असर पड़ता  हैं।उसकी वृद्धि रुक जाती हैं।इस स्थिति में गर्भवती महिला के हाथ और पैरों में अत्यधिक सूजन आ जाती हैं। 

घबराहट में सास लेने में भी दिक्कत लगती हैं। इसके अलावा सर दर्द ,कमजोरी लगना , घबराहट होना आदि दिक्कते भी आती हैं। 

यूरिन में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती हैं। जब ब्लड प्रेशर 140 /90 के ऊपर होता हैं तो समझ लीजिये की गर्भवती महिला हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं और यही अवस्था अगर 20वे सप्ताह तक बनी रहे तो इसे टोक्सिमिआ और गर्भावस्था जनित हाई ब्लड प्रेशर कहते हैं।     

ब्लड प्रेशर यूरिन में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती हैं

प्रेग्नेंसी में ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल करने के कुछ तरीके ऐसे हैं ,जिनके द्वारा ब्लड प्रेशर को समान्य किया जा सकता हैं -

  1. जिस समय ब्लड प्रेशर बढ़ा हो उस समय गर्भवती महिला को पूरी तरह से बिस्तर पर आराम करना चाहिए।
  2. खाने में गरिष्ठ आहार न ले कर , तरल पदार्थ लेना चाहिए , जो आसानी से पच जाए।
  3. ब्लड प्रेशर यदि बढ़ा हो तो खाने में, नमक की मात्रा एक दम कम कर देनी चाहिए।
  4. रात में दूध- रोटी खाना फायदेमंद होगा।
  5. ब्लड प्रेशर अधिक होने पर तरबूज और लीची खाना ठीक रहेगा।
  6. लौकी का रस खाली पेट पीना, हाई ब्लड प्रेशर की अचूक दवा है।
  7. रोज सुबह आधा चम्मच दाल चीनी का पाउडर, गरम पानी से लेने पर ब्लड प्रेशर, अधिक से सामान्य हो जाएगा।
  8. एक गिलास गरम पानी में आधा चम्मच मेथी का दाना भिगोदे और दूसरे दिन, सुबह उठकर उस पानी को पी  लें इससे भी ब्लड प्रेशर सामान्य होगा।
  9. एक चम्मच प्याज का रस दिन में किसी भी समय पिए ,फायदेमंद होगा। मैग्नीशियम का लेवल ब्लड प्रेशर के समय कम हो जाता हैं ,इसलिए गर्भवती महिला को  मैग्नीशियम से भरपूर भोजन का सेवन करना चाहिए।
  10. हाई ब्लड प्रेशर होने पर पका हुआ पपीता प्रति दिन खाना चाहिए।याद  रखे गर्भवती महिलाओं को कच्चा पपीता बिलकुल भी नहीं खाना चाहिए।
  11. अदरक भी हाई ब्लड प्रेशर की अचूक देवा हैं क्योकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट अधिक मात्रा में होते हैं ,जिससे की गर्भवती महिला के रक्त संचार में सुधार होता हैं और हाई ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता हैं।                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                             
  12. आंवले का रस शहद मिलाकर पीने से भी काफी आराम मिलता हैं।
  13. आधा गिलास गरम पानी में एक चम्मच काली मिर्च का पाउडर घोल कर पीने से भी ब्लड प्रेशर सामान्य होता हैं।
  14. तुरंत आराम के लिए आधा गिलास पानी में ,नीबू का रस निचोड़ कर पीने से भी फायदा होता है। यह प्रक्रिया तीन से चार बार करें।
  15. तुलसी के पत्ते का नियमित सेवन करने से भी काफी आराम मिलता हैं।
  16. अलसी के इस्तेमाल से भी हाई ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता हैं क्योकि इस में अल्फ़ा ,लिनोलेनिक एसिड काफी मात्रा में पाया जाता हैं।यह एक प्रकार से ओमेगा थ्री फैटी एसिड हैं।
  17. इलायची का प्रतिदिन सेवन करने से शरीर को एंटी-ऑक्सीडेंट मिलते हैं जिससे रक्त संचार सामान्य होता हैं और ब्लड प्रेशर नार्मल हो जाता हैं।
  18. रोज सुबह खाली पेट लहसुन की दो कली ( छिलका उतारकर ) पानी से निगल जाए। इसमें एलिसिन होता है, जो नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाता है।
  19. तिल का तेल और चावल की भूसी को एक साथ मिलाकर खाने पर ब्लड प्रेशर नार्मल होता हैं।
  20. अपने खाने में ताजे फल और हरी सब्जियो को शामिल करे।
  21. अर्जुन वृक्ष की छाल  सर्पगंधा और गिलोय को मिलाकर चूरन बना ले और सुबह शाम पानी से ले।
  22. चोकर युक्त आटे की रोटी खाये। 
  23. स्वस्थ आहार ले जैसे अखरोट ,सोयाबीन , बादाम तथा चुकन्दर ,पालक, गाजर तथा हरी पत्तेदार सब्जिया लें। 
  24. नियमित रूप से इन चीज़ों का ध्यान रखने पर ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाएगा। 
  25. गर्भवती महिला का ब्लड प्रेशर यदि कम हो जाता है तो भी उसके लिए यह ठीक नहीं हैं।
  26. यदि गर्भवती महिला का ब्लड प्रेशर सामान्य से कम हो जाता हैं ,तो उसे एक गिलास पानी में एक  मुट्ठी चीनी और एक चुटकी नमक डाल कर पिलाये , इससे ब्लड प्रेशर नार्मल हो जाएगा।
  27. गुड़ लो ब्लड प्रेशर की सबसे कारगर दवा हैं। गर्भवती  महिला को दिन भर में कई बार थोड़ा - थोड़ा  कर के गुड़ अवश्य खाना चाहिए। या फिर एक गिलास पानी में थोड़ा सा गुड़ और नीबू मिलाकर उसे पिलाना चाहिए।
  28. अनार और चुकंदर के रस में थोड़ा सा नमक डाल कर पिलाने से भीं इस समस्या को दूर किया जा सकता हैं। गाय के दूध में देसी घी मिलाकर पिलाना चाहिए।
  29. योगा के माध्यम से भी ब्लड प्रेशर को सामान्य किया जा सकता हैं।गर्भवती महिला को कोई भी ऐसी एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए जिससे उसके शरीर पर अतरिक्त तनाव पड़े।
  30. गर्भवती महिला को हमेशा खुश रहना चहिये जिससे उसके दिमाग में किसी भी तरह का तनाव ना रहे।तनाव ब्लड प्रेशर हाई या लो होने का मुख्य कारण हैं।तनाव के कारण ही अवसाद होता हैं जिससे लोग डिप्रेशन में चले जाते हैं, जिसका  असर माँ के साथ -साथ बच्चे पर भी पड़ता हैं।अतः ऐसी महिला को अपने खान -पान ,आचार -विचार को ध्यान में रखना चाहिए जिससे की उसका ब्लड प्रेशर सामान्य बना रहे ,अधिक परेशानी होने पर चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए। बिना जाने - समझे किसी दवा का सेवन नहीं करना चाहिए।  
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