Category: बच्चों का पोषण

मखाने के फ़ायदे | Health Benefits of Lotus Seed - Recipes

By: Salan Khalkho | 2 min read

मखाने के फ़ायदे अनेक हैं। मखाना दुसरी ड्राई फ्रूट्स की तुलना में ज्यादा पौष्टिक है और सेहत के लिए ज्यादा फायेदेमंद भी। छोटे बच्चों को मखाना खिलने के कई फायेदे हैं।

मखाने के फ़ायदे  Health Benefits of Lotus Seed Recipes

छोटे साइज़ के आहार ने करीना कपूर को परफेक्ट शारीरिक आकर बनाये रखने में काफी मदद की है। और उनके आहारों में मखाने का अच्छा - खासा यौग्दन रहा है। 

मखाना एक प्रकार का ड्राई फ्रूट है - जो पानी में उपजाया जाता है। बिहारी क्षेत्रों में इसकी बड़ी तादाद में खेती की जाती है। 

भारत में मखाने को व्रत के दौरान खाना काफी लोकप्रिय है। 

मखाने के पौष्टिक गुण दुसरे ड्राई फ्रूट की तुलना मैं काफी बेहतरीन है। यह एक बेहतर स्रोत है प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटेशियम, फास्फोरस, लौह और जस्ता का। 

इसमें फाइबर की उच्च मात्रा और कैलोरी काफी कम होता है, जिसकी वजह से यह वजन घटाने में सक्षम है। इसमें एक एक विशेष प्रकार का एंजाइम होता है जो त्वचा को बूढ़ा होने सा बचता है। यह एंजाइम क्षतिग्रस्त प्रोटीनों की मरम्मत में मदद करता है।

मखाने के पौष्टिक गुण

  1. मखाने में सोडियम कम और मैग्नीशियम ज्यादा होता है जिस वजह से यह ह्रदय के लिए बहुत गुणकारी है। 
  2. मखाने को खाने से ह्रदय सम्बन्धी विकार, उच्च रक्तचाप और डायबिटीज की समस्या से रहत मिलता है।
  3. इसमें anti-aging enzyme पाया जाता है जो शरीर में मौजूद प्रोटीन की छति को रोकता है। 
  4. मखाने का glycemic index बहुत कम होता है - जी वजह से यह धीरे-धीरे पचता है। इसकी glycemic index कम होने की वजह से यह चावल और आटे से बेहतर आहार है। 
  5. मखाने को कच्चा भी खाया जा सकता है। मगर इसे थोड़े से तेल में भून के खाने से ज्यादा स्वादिष्ट लगता है। 
  6. मखाने को रात भर पानी में भिगाने के बाद इसे आप खीर, soups, salads या दुसरे सूरबेदार सब्जियों में भी डाल सकते हैं। 

रोस्टेड मखाना (roasted)

सामग्री 

  • १०० ग्राम मखाना 
  • १ चम्मच जैतून का तेल
  • एक चुटकी हल्दी
  • नमक और कला-मिर्च स्वाद अनुसार

बनाने की विधि

  1. माध्यम आंच पे एक कड़ाई को चढ़ाएं
  2. अब इसमें मखाने को सूखा रोस्ट करें। 
  3. थोड़ी देर बाद इसमें तेल, नमक, कला मिर्च, और हल्दी दाल कर - कुछ देर और रोस्ट करें।
  4. एक चम्मच के सहायता से इसे चलाते रहें जब तक की यह अच्छी तर कुर-कुरा न हो जाये। 
  5. रोस्ट हो जाने पे इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें।
  6. ठंडा होने पे इसे एक air-tight container में बंद कर के रख दें। 
Important Note: यहाँ दी गयी जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्‍तविकता सुनिश्‍चित करने का हर सम्‍भव प्रयास किया गया है । यहाँ सभी सामग्री केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि यहाँ दिए गए किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्‍सक से अवश्‍य संपर्क करें। आपका चिकित्‍सक आपकी सेहत के बारे में बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्‍प नहीं है। अगर यहाँ दिए गए किसी उपाय के इस्तेमाल से आपको कोई स्वास्थ्य हानि या किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो kidhealthcenter.com की कोई भी नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती है।

पढ़ाई-का-माहौल
बच्चे-के-पीठ-दर्द
board-exam
India-expensive-school
ब्लू-व्हेल
film-star-school
डिस्टे्रक्टर
शिशु-के-लिए-नींद
winter-season
बच्चे-के-कपडे
बच्चे-को-साथ-सुलाने-के-फायेदे
बच्चे-में-हिचकी
बच्चे-का-वजन
सिर-का-आकार
दूध-पीते-ही-उलटी
बच्चे-को-सुलाएं
Weight-&-Height-Calculator
शिशु-का-वजन
Indian-Baby-Sleep-Chart
teachers-day
शिशु-मैं-हिचकी
बच्चों-के-हिचकी
शिशु-में-हिचकी
शिशु-हिचकी
दूध-के-बाद-हिचकी
नवजात-में-हिचकी
SIDS
Ambroxol-Hydrochloride
कोलोस्‍ट्रम
शिशु-potty

Most Read

गर्भ-में-लड़का-होने-के-लक्षण-इन-हिंदी
बच्चे-का-वजन
टीकाकरण-चार्ट-2018
शिशु-का-वजन-बढ़ाएं
बच्चों-में-यूरिन
बच्चों-को-गोरा-करने-का-तरीका-
कई-दिनों-से-जुकाम
खांसी-की-अचूक-दवा
बंद-नाक
balgam-wali-khansi-ka-desi-ilaj
sardi-jukam
सर्दी-जुकाम-की-दवा
बच्चे-की-भूख-बढ़ाने-के-घरेलू-नुस्खे

Other Articles

बच्चे सोते हुए अपने दातों को क्योँ पिसते हैं? - कारण और इलाज
बच्चे-सोते-हुए-अपने-दातों-को-क्योँ-पिसते-हैं---इलाज डर, क्रोध, शरारत या यौन शोषण इसका कारण हो सकते हैं। रात में सोते समय अगर आप का बच्चा अपने दांतों को पिसता है तो इसका मतलब है की वह कोई बुरा सपना देख रहा है। बच्चों पे हुए शोध में यह पता चला है की जो बच्चे तनाव की स्थिति से गुजर रहे होते हैं (उदहारण के लिए उन्हें स्कूल या घर पे डांट पड़ रही हो या ऐसी स्थिति से गुजर रहे हैं जो उन्हें पसंद नहीं है) तो रात में सोते वक्त उनमें दांत पिसने की सम्भावना ज्यादा रहती है। यहाँ बताई गयी बैटन का ख्याल रख आप अपने बच्चे की इस समस्या का सफल इलाज कर सकती हैं।
Read More...

शिशु के टेढ़े मेढ़े दांत बिना तार के सीधा और अन्दर करें
टेढ़े-मेढ़े-दांत-बिना-तार-के-सीधा विज्ञान और तकनिकी विकास के साथ साथ बच्चों के थेड़े-मेढे दातों (crooked teeth) को ठीक करना अब बिना तार के संभव हो गया है। मुस्कुराहट चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाता है। लेकिन अगर दांत थेड़े-मेढे (crooked teeth) तो चेहरे की खूबसूरती को कम कर देते हैं। केवल इतना ही नहीं, थेड़े-मेढे दातों (crooked teeth) आपके बच्चे के आत्मविश्वास को भी कम करते हैं। इसीलिए यह जरूरी है कि अगर आपके बच्चे के दांत थेड़े-मेढे (crooked teeth) हो तो उनका समय पर उपचार किया जाए ताकि आपके शिशु में आत्मविश्वास की कमी ना हो। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह आप अपने बच्चे के थेड़े-मेढे दातों (crooked teeth) को बिना तार या ब्रेसेस के मदद के ठीक कर सकते हैं।
Read More...

नार्मल डिलीवरी से मौत का जोखिम
बालों-का-झाड़ना नॉर्मल डिलीवरी से शिशु के जन्म में कई प्रकार के खतरे होते हैं और इसमें मौत का जोखिम भी होता है - लेकिन इससे जुड़ी कुछ बातें हैं जो आपके लिए जानना जरूरी है। शिशु का जन्म एक साधारण प्रक्रिया है जिसके लिए प्राकृतिक ने शरीर की रचना किस तरह से की है। यानी सदियों से शिशु का जन्म नॉर्मल डिलीवरी के पद्धति से ही होता आया है।
Read More...

प्रेगनेंसी के बाद बालों का झाड़ना कैसे रोकें
बालों-का-झाड़ना शिशु के जन्म के बाद यानी डिलीवरी के बाद अक्सर महिलाओं में बाल झड़ने की समस्या देखी गई है। हालांकि बाजार में बाल झड़ने को रोकने के लिए बहुत तरह की दवाइयां उपलब्ध है लेकिन जब तक महिलाएं अपने नवजात शिशु को स्तनपान करा रही हैं तब तक यह सलाह दी जाती है कि जितना कि जितना ज्यादा हो सके दवाइयों का सेवन कम से कम करें। स्तनपान कराने के दौरान दवाइयों के सेवन से शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
Read More...

प्रेगनेंसी में बालों को डाई (hair Dye) करते वक्त बरतें ये सावधानियां
प्रेगनेंसी-में-हेयर-डाई गर्भावस्था के दौरान बालों पे हेयर डाई लगाने का आप के गर्भ में पल रहे शिशु के विकास पे बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। साथ ही इसका बुरा प्रभाव आप के शारीर पे भी पड़ता है जिसे आप एलर्जी के रूप में देख सकती हैं। लेकिन आप कुछ सावधानियां बरत के इन दुष्प्रभावों से बच सकती हैं।
Read More...

39 TIPS - बोर्ड एग्जाम की तयारी में बच्चों की मदद इस तरह करें
बोर्ड-एग्जाम कुछ बातों का ख्याल रख आप अपने बच्चों की बोर्ड एग्जाम की तयारी में सहायता कर सकती हैं। बोर्ड एग्जाम के दौरान बच्चों पे पढाई का अतिरिक्त बोझ होता है और वे तनाव से भी गुजर रहे होते हैं। ऐसे में आप का support उन्हें आत्मविश्वास और उर्जा प्रदान करेगा। साथ ही घर पे उपयुक्त माहौल तयार कर आप अपने बच्चों की सफलता सुनिश्चित कर सकती हैं।
Read More...

शिशु को कितना देसी घी खिलाना चाहिए?
देसी-घी शुद्ध देशी घी शिशु को दैनिक आवश्यकता के लिए कैलोरी प्रदान करने का सुरक्षित और स्वस्थ तरीका है। शिशु को औसतन 1000 से 1200 कैलोरी की जरुरत होती है जिसमे 30 से 35 प्रतिशत कैलोरी उसे वासा से प्राप्त होनी चाहिए। सही मात्रा में शुद्ध देशी घी शिशु के शारीरिक और बौद्धिक विकास को बढ़ावा देता है और शिशु के स्वस्थ वजन को बढ़ता है।
Read More...

6 Month के शिशु को कितना अंडा देना चाहिए
शिशु-को-अंडा बाल रोग विशेषज्ञों के अनुसार, अगर शिशु को एलर्जी नहीं है, तो आप उसे 6 महीने की उम्र से ही अंडा खिला सकती हैं। अंडे की पिली जर्दी, विटामिन और मिनिरल का बेहतरीन स्रोत है। इससे शिशु को वासा और कोलेस्ट्रॉल, जो उसके विकास के लिए इस समय बहुत जरुरी है, भी मिलता है।
Read More...

घर पे बनाये Vapor rub (वेपर रब) - Khasi Ki Dawai
Khasi-Ki-Dawai जानिए घर पे वेपर रब (Vapor rub) बनाने की विधि। जब बच्चे को बहुत बुरी खांसी हो तो भी Vapor rub (वेपर रब) तुरंत आराम पहुंचता है। बच्चों का शरीर मौसम की आवशकता के अनुसार अपना तापमान बढ़ने और घटने में सक्षम नहीं होता है। यही कारण है की कहे आप लाख जतन कर लें पर बच्चे सार्ड मौसम में बीमार पड़ ही जाते हैं।
Read More...

बच्चे के बुखार, सर्दी, खांसी की अचूक दवा - Guide
खांसी-की-अचूक-दवा बच्चों को सर्दी और जुकाम मैं बुखार होना आम बात है। ऐसा बच्चों में हरारत (exertion) के कारण हो जाता है। कुछ साधारण से घरेलु उपचार के दुवारा आप बच्च्चों में सर्दी और जुकाम के कारण हुए बुखार का इलाज घर पे ही कर सकती हैं। (bukhar ki dawa, खांसी की अचूक दवा)
Read More...

शिशु को केवल रात में ज्यादा खांसी क्योँ आती है? (Sardi Jukam)
sardi-jukam अगर आप के शिशु को केवल रात में ही खांसी आती है - तो इसके बहुत से कारण हो सकते हैं जिनकी चर्चा हम यहाँ करेंगे। बच्चे को रात में खांसी आने के सही कारण का पता लगने से आप बच्चे का उचित उपचार कर पाएंगे। जानिए - सर्दी और जुकाम का लक्षण, कारण, निवारण, इलाज और उपचार।
Read More...

शिशु को डेढ़ माह (six weeks) की उम्र में लगाये जाने वाले टीके
six-week-vaccine शिशु को डेढ़ माह (six weeks) की उम्र में कौन कौन से टिके लगाए जाने चाहिए - इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी यहां प्राप्त करें। ये टिके आप के शिशु को कई प्रकार के खतरनाक बिमारिओं से बचाएंगे। सरकारी स्वस्थ शिशु केंद्रों पे ये टिके सरकार दुवारा मुफ्त में लगाये जाते हैं - ताकि हर नागरिक का बच्चा स्वस्थ रह सके।
Read More...

ठण्ड में ऐसे करें बच्चों की देखभाल तो नहीं पड़ेंगे बीमार
winter-season बच्चों की मन जितना चंचल होता है, उनकी शरारतें उतनी ही मन को मंत्रमुग्ध करने वाली होती हैं। अगर बच्चों की शरारतों का ध्यान ना रखा जाये तो उनकी ये शरारतें उनके लिए बीमारी का कारण भी बन सकती हैं।
Read More...

टॉप स्कूल जहाँ पढते हैं फ़िल्मी सितारों के बच्चे
film-star-school अगर आप यह जानना चाहते हैं की आप के चहेते फ़िल्मी सितारों के बच्चे कौन से स्कूल में पढते हैं - तो चलिए हम आप को इसकी एक झलक दिखलाते हैं| हम आप को बताएँगे की शाह रुख खान और अक्षय कुमार से लेकर अजय देवगन तक के बच्चे कौन कौन से स्कूल से पढें|
Read More...

2 साल के बच्चे का मांसाहारी food chart और Recipe
मांसाहारी-baby-food-chart दो साल के बच्चे के लिए मांसाहारी आहार सारणी (non-vegetarian Indian food chart) जिसे आप आसानी से घर पर बना सकती हैं। अगर आप सोच रहे हैं की दो साल के बच्चे को baby food में क्या non-vegetarian Indian food, तो समझिये की यह लेख आप के लिए ही है।
Read More...

बारिश में शिशुओं और बच्चों को स्वस्थ्य रखने के नुस्खे
बारिश-में-शिशुओं-का-स्वस्थ्य बच्चे बरसात के मौसम का आनंद खूब उठाते हैं। वे जानबूझकर पानी में खेलना और कूदना चाहते हैं। Barsat के ऐसे मौसम में आप की जिम्मेदारी अपने बच्चों के प्रति काफी बढ़ जाती हैं क्योकि बच्चा इस barish में भीगने का परिणाम नहीं जानता। इस स्थिति में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा।
Read More...

बेबी फ़ूड खरीदते वक्त बरतें यह सावधानियां
बेबी-फ़ूड-खरीदते-वक्त-बरतें-सावधानियां आज के दौर की तेज़ भाग दौड़ वाली जिंदगी मैं हर माँ के लिए यह संभव नहीं की अपने शिशु के लिए घर पे खाना त्यार कर सके| ऐसे मैं बेबी फ़ूड खरीदते वक्त बरतें यह सावधानियां|
Read More...

अंगूठा चूसने वाले बच्चे ज्यादा सेहतमंद होते हैं
अंगूठा-चूसना- वैज्ञानिकों ने शोध में यह पाया की जो बच्चे अंगूठा चूसते (thumb sucking) हैं वे बाकि बच्चों से ज्यादा सेहतमंद (healthy) होते हैं। अंगूठा चूसने वाले बच्चों में एलर्जी (allergy) की बीमारी औसतन पांच गुना तक कम हो जाती है। मगर इसके कुछ साइड एफ्फेक्ट्स (side effects) भी हैं जैसे की उबड़ खाबड़ दांत और बोलने (Protruded Teeth & Speech Impairment) से सम्बंधित परेशानियां।
Read More...

ठोस आहार की शुरुआत
ठोस-आहार ठोस आहार के शुरुवाती दिनों में बच्चे को एक बार में एक ही नई चीज़ दें। नया कोई भी भोजन पांचवे दिन ही बच्चे को दें। इस तरह से, अगर किसी भी भोजन से बच्चे को एलर्जी हो जाये तो उसका आसानी से पता लगाया जा सकता है।
Read More...

हैजा (कॉलरा) वैक्सीन - Schedule और Side Effects
हैजा-का-टीकाकरण---Cholera-Vaccination हैजा (कॉलरा) वैक्सीन के द्वारा आप अपने बच्चे को पूरी तरह हैजा/कॉलरा (Cholera) से बचा सकते हैं। हैजा एक संक्रमक (infectious) रोग हैं जो आँतों (gut) को प्रभावित करती हैं। जिसमें बच्चे को पतला दस्त (lose motion) होने लगता हैं, जिससे उसके शरीर में पानी की कमी (dehydration) हो जाती हैं जो जानलेवा (fatal) भी साबित होती हैं।
Read More...

Copyright: Kidhealthcenter.com