Category: प्रेगनेंसी
By: Editorial Team | ☺9 min read
शिशु के जन्म के बाद यानी डिलीवरी के बाद अक्सर महिलाओं में बाल झड़ने की समस्या देखी गई है। हालांकि बाजार में बाल झड़ने को रोकने के लिए बहुत तरह की दवाइयां उपलब्ध है लेकिन जब तक महिलाएं अपने नवजात शिशु को स्तनपान करा रही हैं तब तक यह सलाह दी जाती है कि जितना कि जितना ज्यादा हो सके दवाइयों का सेवन कम से कम करें। स्तनपान कराने के दौरान दवाइयों के सेवन से शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।

इसीलिए इस लेख में हम आपको डिलीवरी के उपरांत झड़ते बालों की समस्या से राहत पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं। यह घरेलू उपाय बहुत ही आसान है और इन्हें आजमाने के लिए लगभग सभी सामग्री आपको अपने किचन में उपलब्ध मिलेगी।
साथ ही यह घरेलू नुस्खे झड़ते बालों को रोकने में बहुत कारगर भी है और सदियों से भारत में महिलाएं इनका इस्तेमाल कर रही है प्रेगनेंसी के बाद अपने बालों को गिरने से रोकने के लिए।

शिशु के जन्म के तुरंत बाद महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन कतर अचानक से गिर जाता है। इस वजह से बाल के जड़ ठीक से काम नहीं कर पाते हैं और बालों पर थोड़ा भी जोर पड़ते ही बाल उखड़ जाते हैं। डिलीवरी के बाद बालों की जड़ की समस्या से निपटने के लिए कुछ सरल उपाय और घरेलू नुस्खों के बारे में चर्चा करते हैं।
आप अपने बालों को बनाते वक्त ऐसे स्टाइल को अपनाएं जिन से आपके बाल पर ज्यादा जोर ना पड़े। कस के बाल बनाने पर बालों के टूटने की संभावना बढ़ जाती है। शरीर में हो रहे हार्मोन अल बदलाव की वजह से बाल इसमें थोड़े कमजोर होते हैं। 
जब तक आप शिशु को स्तनपान करा रही हैं तब तक यह स्थिति बरकरार रह सकती है। एक बार जब आप शिशु को स्तनपान कराना बंद कर देती हैं तो आपके शरीर में हार्मोन का स्तर फिर से स्थिर होने लगता है। आपकी बात दोबारा से मजबूत होने लगते हैं।
इसीलिए यीशु के जन्म के बाद जब तक आप बच्चे को स्तनपान करा रही हैं किसी भी ऐसे हेयर स्टाइल से बचें जिन टूटने का खतरा ज्यादा हो। बालों में जरूर से ज्यादा हेयर पिन का इस्तेमाल ना करें, उतनी ही रबड़ बैंड का इस्तेमाल करने की आवश्यकता है, जुड़ा पिन, क्लचर आदि का इस्तेमाल करें।
प्रेगनेंसी के बाद फिर से अपने बालों की मजबूती को वापस पाने के लिए आपको अपनी डाइट में सुधार करने की आवश्यकता पड़ेगी। अपने भोजन में ऐसे आहार ओं को सम्मिलित करें जिसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व हो जैसे कि दूध, अंडे, फल और सब्जियां। अगर आप अपने आहार में रोटी और चावल की मात्रा कम करेंगे और फल और सब्जियों की मात्रा को बढ़ा देंगी तो आपको अपने वजन को कम करने में भी मदद मिलेगी और आपके बालों को भी मजबूती मिलेगी।
अगर आप पहले से ही अपनी डाइट में ऐसे आहार ओं को सम्मिलित की है जो पोषक तत्वों से भरपूर है तो आपको कोई दवाई की आवश्यकता नहीं है। जल्द ही आपके शरीर में वह सारे पोषक तत्वों की कमी पूरी हो जाएगी जो फिर से आपको पहले जैसी तंदुरुस्ती और बालों को मजबूती देगी।
स्तनपान के दौरान बिना डॉक्टर की राय की कोई दवा ना ले। अगर आपके बाल झड़ रहे हैं तो उन्हें रोकने के लिए भी बिना डॉक्टर की सलाह के दवा ना ले। इन दवाओं का आपके शिशु पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
मजबूत बाल और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए यह आवश्यक है कि आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन मिनरल और दूसरे पोषक तत्व मिले। प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला के शरीर में अनेक प्रकार के परिवर्तन देखने को मिलते हैं। शिशु के जन्म के बाद शरीर को पहले वाली स्थिति में फिर से लौटने में विटामिन बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विटामिन शरीर में मौजूद हार्मोन के स्तर को संतुलित करते हैं और नॉर्मल स्तर तक लेकर आते हैं।
प्रेगनेंसी के दौरान और शिशु के जन्म की कुछ महीनों बाद तक बाल बहुत कमजोर होते हैं इसीलिए उन्हें धोते वक्त ऐसे शैंपू का चुनाव करें जो उच्च गुणवत्ता के हो। अपने शरीर की त्वचा को मोर जरा इस करने के लिए और सर की त्वचा के स्कैल्प को मजबूती देने के लिए अच्छे शैंपू का चयन करें।
कई बार बालों के टूटने का प्रमुख कारण गलत कंघी का इस्तेमाल भी है। इस दौरान जब आपके बाल कमजोर है तो ऐसे कंघी का इस्तेमाल करें जिसके दांत मोटे हो और मजबूत हो। बाल को झाड़ते समय बहुत ही हल्के हाथ से मोटे दांतों वाली कंगी से बाल को समझाने का कोशिश करें। जब आपके बाल गीले हो तब उन्हें कंघी करने से बचें। गीले बाल और ज्यादा कमजोर हो जाते हैं जिससे उनके टूटने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।
अगर आप अपने बालों में डाई का इस्तेमाल करती हैं या बालों को कलर करवाती हैं तो आपको और ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है। अपने बालों पर कॉस्मेटिक कलर का इस्तेमाल करने की बजाय सबसे बेहतर यही होगा कि आप मेहंदी का प्रयोग करें।

गर्भावस्था के दौरान तथा शिशु के जन्म के बाद अगर आप अपने बालों को चमकदार बनाए रखना चाहती हैं और चाहती हैं कि लोग आपके बालों की प्रशंसा करें तो आपको सबसे पहले अपने आहार को स्वस्थ बनाना पड़ेगा और अपने भोजन में ऐसे आहार ओं को भी सम्मिलित करना पड़ेगा जिसमें पर्याप्त मात्रा में फोलिक एसिड मौजूद रहता है।
अधिकांश मामलों में डिलीवरी के 2 से 3 महीने बाद तक महिलाएं बाल झड़ने की समस्या को अनुभव करती हैं लेकिन कुछ मामलों में यह भी देखा गया है कि शिशु के जन्म के 5 से 6 महीने बात तब भी बाल झड़ने का सिलसिला जारी रहता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हर स्त्री का शरीर कई मायनों में भिन्न होता है और इस वजह से शिशु के जन्म के बाद हार्मोन के स्तर को फिर से नॉर्मल होने में किसी को ज्यादा और किसी को कम समय लग सकता है।

डिलीवरी की वजह से बालों के झड़ने की समस्या को चिकित्सीय भाषा में टेलोजन एफ्फ्लूवियम कहां जाता है। डॉक्टर और स्त्री रोग विशेषज्ञों के अनुसार यह एक सामान्य घटना है और इस दौरान बाल पूरी तरह से नहीं निकलते हैं।
उनके अनुसार सामान्य लोग भी जब अत्यधिक तनाव में होते हैं तो उनके बाल झड़ते हैं। उनके अनुसार बालों के झड़ने की वजह शरीर में हो रहा तनाव और बदलाव भी है। इसीलिए अगर आप अपने बालों को प्रसव बाद उसे बचाना चाहती हैं तो जितना ज्यादा हो सके चिंता से बचें।

ऐसा होता है जो हम लेते हैं वह हमारे शरीर की जरूरत के अनुसार सभी आवश्यक विटामिन और मिनरल प्रदान नहीं कर पाते हैं। इसीलिए डॉक्टर और विशेषज्ञ कई बार सप्लीमेंट के रूप में प्रसव बाद महिलाओं को विटामिन बी कॉम्प्लेक्स, जिंक, विटामिन ई और सी और बायोटिन सप्लीमेंट लेने की सलाह देते हैं। यह सप्लीमेंट बालों की विकास को बढ़ावा देते हैं, बालों को जड़ से मजबूत बनाते हैं और इस तरह से उन्हें बहुत हद तक रोकने में सहायता करते हैं।
अगर आपको यह लगता है कि आपके बाल हानिकारक केमिकल के संपर्क में नहीं आते हैं तो यह आपकी गलतफहमी है। हो सकता है की यह खतरनाक केमिकल जो बालों को खराब करते हैं यह आपके शैंपू में ही छुपे हो।

यह पता लगाना थोड़ा मुश्किल है कि कौन सा शैंपू हानिकारक केमिकल रहित है और किस शैंपू में बालों को खराब करने वाले केमिकल मौजूद हैं। इसीलिए सबसे बेहतर यही है कि आप बाजार में उपलब्ध शैंपू की जगह प्राकृतिक या हर्बल हेयर क्लींजर का इस्तेमाल करें।
केमिकल युक्त शैंपू आपके बालों को मुलायम बनाने के लिए उनकी परत को कमजोर कर देते हैं और बालों की प्रकृति को भंगुर कर देते हैं। अगर अपने बालों को सीधा करने के लिए हीट ट्रीटमेंट का इस्तेमाल करती हैं तो इन्हें भी आप को रुकना पड़ेगा क्योंकि इनसे निकलने वाली अत्यधिक गर्मी के संपर्क में आकर आपके बाल भंगुर हो जाते हैं और आसानी से फिर यह टूट सकते हैं।
बालों में बार-बार कंघी करने से या ब्रश करने से बालों को नुकसान पहुंचता है। और अगर आपके बाल पहले से कमजोर है तो उनके टूटने की पूरी संभावना है।

जब जरूरत पड़े तभी आप अपने बालों को ब्रश करें और केवल उतना ही ब्रश करें जितना कि आवश्यक है। पहले से कमजोर बालों को और ज्यादा कंघी कर कर के कमजोर ना बनाएं। बालों को दिन में कई बार कंघी ना करने की वजह से यह आपस में उलझ सकते हैं। इन्हें सुलझाने के लिए चौड़े दांत वाली कंघी का इस्तेमाल करें।
प्रसव के तुरंत बाद बाद बाल जरूरत से ज्यादा कमजोर हो जाते हैं। यह शरीर में हो रहे हार्मोन की उतार और चढ़ाव की वजह से होता है। लेकिन आने वाले कुछ महीने में आपके शरीर में हार्मोन का स्तर स्थिर हो जाएगा। तब आप के बाल फिर से पहले की तरह मजबूत हो जाएंगे।

इस दौरान जब आपके बाल कमजोर हैं, आप चाहें तो अपने बालों को छोटा भी कटवा सकती हैं। बालों को छोटा कटवा लेने पर उन्हें झाड़ते समय उन पर दबाव कम बनेगा, तथा आपको अपने बालों को संभालने में भी उतना ज्यादा मेहनत नहीं करना पड़ेगा। बालों को भी आप आसानी से धो पाएंगे और यह जल्दी सूख भी जाएंगे। फिर जब आपके बाल पहले की तरह दोबारा मजबूत होंगे तब तक आपके यह बाल पहले जैसे बड़े भी हो जाएंगे।
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