Category: बच्चों का पोषण
By: Vandana Srivastava | ☺3 min read
छोटे बच्चों के लिए शहद के कई गुण हैं। शहद बच्चों को लम्बे समय तक ऊर्जा प्रदान करता है। शदह मैं पाए जाने वाले विटामिन और मिनिरल जखम को जल्द भरने में मदद करते है, लिवर की रक्षा करते हैं और सर्दियों से बचते हैं।

शहद प्रकृति का दिया हुआ एक ऐसा उपहार हैं जो आप के बच्चे के पोषण के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। इसके साथ ही साथ यह एक औषधि के रूप में भी उपयोगी हैं।
शहद मिठास से भरपूर एक ऐसा पदार्थ हैं जिसे बच्चो के साथ - साथ बढ़े लोग भी पसंद करते हैं और आनंद लेकर खाते हैं।इसके अनेक लाभ हैं, जिससे आप अपने बच्चे को परिचित करा सकते हैं।
आपके बच्चे के लिए शहद बहुत ही लाभकारी है। शहद आपके बच्चे शरीर पर अलग-अलग तरह से असर डालता है। शहद और गुनगुने पानी का मिश्रण खून में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाता है।
जो खून की कमी को हटाता है। शहद रक्त की ऑक्सीजन ले जाने की क्षमता को बढ़ाते हुए इन समस्याओं को कम कर सकता है। रक्त में लौह तत्व की कमी को पूरा करता है।
शहद में ग्लूकोज और फ्रक्टोज होता है, जो बच्चे के लिए काफी फायदेमंद होता है। शहद मीठा होते हुए भी अहानिकारक है। चीनी की जगह शहद का प्रयोग किया जा सकता है।
शहद आप के बच्चे की शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाता है। शहद का सेवन लाभदायक एंटीऑक्सीडेंट तत्वों की संख्या में बढ़ोतरी करता हैं।
घाव पर लगाने के लिया भी शहद फायदेमंद हैं ,क्योकि इसको लगाने से घाव के अंदर का सारा बैक्टीरिया नष्ट हो जाता हैं।

अगर आप का बच्चा सर्दी - जुकाम से परेशान हैं तो आप रोज़ सुबह नीम, काली मिर्च, शहद और हल्दी मिलकर दे। शहद त्वचा की एलेर्जी दूर करने में भी सहायक हैं।
जिसपर एंटीबॉयटिक का असर नहीं होता, उसपर यह बैक्टीरिया से लड़ने में यह प्रभावकारी साबित होता हैं। शहद कई स्तरों पर संक्रमण से लड़ता है। शहद भोजन से पैदा होने वाले जीवाणुओं को नष्ट कर सकता है।
शहद एक बलवर्धक औषधि हैं, क्योंकि इसमें कम मात्रा में बहुत से विटामिन और मिनरल होते हैं। इसके अतिरिक्त इनमें कैल्शियम, कॉपर, आयरन, मैगनीशियम, फॉसफोरस, पोटैशियम और जिंक शामिल हैं।
आप के बच्चे के पेट के लिए लाभकारी हैं क्योंकि कब्ज, पेट फूलने और गैस तीनो क लिए रामबाढ़ हैं। शहद का इस्तेमाल आंतों में फंगस के विषैले प्रभावों को कम करता है।
आप के बच्चे के त्वचा और सिर के लिए शहद बहुत फायदेमंद होता है।
शहद देने से आप का बच्चा गहरी नींद में सोएगा।

इस बात का विशेष रूप से ध्यान दें कि उबलते पानी में कभी भी शहद को न डालें एवं इसे खभी न पकाएं, क्योंकि एक विशेष तापमान पर पहुंचते ही शहद का कई भाग जहरीला हो जाता है।
इसलिए उबलते हुए पानी के बजाय हमेशा गुनगुने पानी में ही शहद को डालें। शहद के साथ देसी घी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
        अगर आप के शिशु को गाए के दूध से एक्जिमा होता है मगर UTH milk या फार्मूला दूध देने पे उसे एक्जिमा नहीं होता है तो इसकी वजह है गाए के दूध में पाई जाने वाली विशेष प्रकार की प्रोटीन जिससे शिशु के शारीर में एलर्जी जैसी प्रतिक्रिया होती है।  
        पोक्सो एक्ट बच्चों पे होने वाले यौन शोषण तथा लैंगिक अपराधों से उनको सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण अधिनियम है। 2012 में लागु हुआ यह संरक्षण अधिनियम एवं नियम, 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों पे हो रहे लैंगिक अपराधों पे अंकुश लगाने के लिए किया गया है। Protection of Children from Sexual Offences Act (POCSO) का उल्लेख सेक्शन 45 के सब- सेक्शन (2) के खंड “क” में मिलता है। इस अधिनियम के अंतर्गत 12 साल से कम उम्र के बच्चे के साथ यौन उत्पीडन करने वाले दोषी को मौत की सजा या आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान निर्धारित किया गया है।  
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