Category: बच्चों का पोषण

UHT milk को कितने दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है?

By: Salan Khalkho | 1 min read

UHT milk को अगर ना खोला कए तो यह साधारण कमरे के तापमान पे छेह महीनो तक सुरक्षित रहता है। यह इतने दिनों तक इस लिए सुरक्षित रह पता है क्योंकि इसे 135ºC (275°F) तापमान पे 2 से 4 सेकंड तक रखा जाता है जिससे की इसमें मौजूद सभी प्रकार के हानिकारक जीवाणु पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं। फिर इन्हें इस तरह से एक विशेष प्रकार पे पैकिंग में पैक किया जाता है जिससे की दुबारा किसी भी तरह से कोई जीवाणु अंदर प्रवेश नहीं कर पाए। इसी वजह से अगर आप इसे ना खोले तो यह छेह महीनो तक भी सुरक्षित रहता है।

1UTH milk को कितने दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है

स्वस्थ के लिए सुरक्षित और सेहतमंद, UHT milk से सम्बंधित सभी जानकारी हम यहाँ चर्चा करेंगे: 

UHT milk का डब्बा खुलने के बाद यह कब तक सुरक्षित रहता है?

सामान्यता UHT मिल्क का डब्बा एक बार खुल जाये तो यह 7 से 10 दिनों तक फ्रिज इन सुरक्षित रहता है। लेकिन एक बार डब्बा खुलने के बाद कबतक सुरक्षित रहता है - यह मुख्यता इन बातों पे भी निर्भर करता है की इसे किन हालातों में रखा गया है। उदहारण के लिए:

  1. क्या UHT दूध के डब्बे को खोलने के बाद उसे फ्रिज इन रखा गया - या - नहीं? इसे फ्रिज के दरवाजे में बने रैक में रखा गया की इसे फ्रिज में अंदर की तरफ रखा गया। 
  2. UHT milk को खोलने के बाद और इस्तेमाल करने के बाद क्या डब्बे को फिर से ठीक से बंद कर के रखा गया - या - नहीं? 

डब्बा खुलने के बाद UHT milk को लम्बे समय तक इस्तेमाल करने का तरीका

  1. एक बार UHT मिल्क का डब्बा खुल जाये तो आप इसे फ्रिज में एकदम अंदर की तरफ रखें जहाँ सबसे ज्यादा ठण्ड रहती है। 
  2. हर बार इस्तेमाल करने के बाद इसके डब्बे को अच्छी तरह से बंद कर के रखें
  3. देर तक इसे सामान्य तापमान पे फ्रिज के बहार ना छोड़ें। हर बार इस्तेमाल करने के बाद तुरंत फ्रिज में वापस रख दें। 

कैसे पता करें की UHT मिल्क ख़राब नहीं हुआ है?

UHT मिल्क के डब्बे को खोलने के बाद इसे कई दिनों तक इस्तेमाल किया जा सकता है - बशर्ते की आप ने इसे अच्छी तरह से फ्रिज में सुरक्षित रखा है। लेकिन फिर भी कई बार मन में यह ख्याल आता है की क्या UHT मिल्क पिने योग्य है। हम आप को कुछ तरीके बता रहे हैं जिनकी मदद से आप यह पता लगा सकेंगी की दूध ख़राब हुआ है या अभी भी पिने योग्य है:

  • UHT दूध को महक के देखिये, अगर इसकी महक आप को ख़राब या खट्टास भरी लगे तो इसका मतलब दूध ख़राब हो गया है। 
  • अगर आप को दूध के रंगत में भी कोई बदलाव दिखे तो आप दूध को फेंक दें। 

अंतिम तिथि के कितने दिनों बाद भी UHT milk को इस्तेमाल किया जा सकता है?

अगर आप ने इसे साफ सुथरी और अच्छी जगह पे सुरक्षित रखा है तो UHT milk इस्तेमाल करने की अंतिम तिथि के पार हो जाने के बाद भी 2 से 4 सप्ताह तक भी सुरक्षित रहता है, बशर्ते की आप ने उसकी पैकिंग को नहीं खोला है। इस बात का भी ध्यान रखें की पैकिंग कहीं से टूटी फूटी या कहीं से खुली ना हो। UHT milk कमरे के सामान्य तापमान पे सुरक्षित रहता है। इसका मतलब यह है की आप को इसे फ्रिज में रखने की कोई आवश्यकता नहीं है। 

Important Note: यहाँ दी गयी जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्‍तविकता सुनिश्‍चित करने का हर सम्‍भव प्रयास किया गया है । यहाँ सभी सामग्री केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि यहाँ दिए गए किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्‍सक से अवश्‍य संपर्क करें। आपका चिकित्‍सक आपकी सेहत के बारे में बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्‍प नहीं है। अगर यहाँ दिए गए किसी उपाय के इस्तेमाल से आपको कोई स्वास्थ्य हानि या किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो kidhealthcenter.com की कोई भी नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती है।

बच्चों-में-दमा-का-घरेलु-उपाय,-बचाव,-इलाज-और-लक्षण
शिशु-के-दांतों-में-संक्रमण-के-7-लक्षण
बच्चों-में-माईग्रेन-के-लक्षण-और-घरेलु-उपचार
बच्चों-में-बाइपोलर-डिसऑर्डर-
बच्चा-बिस्तर-से-गिर
बाइपोलर-डिसऑर्डर-(bipolar-disorder)
क्या-बच्चे-बाइपोलर-डिसऑर्डर-(Bipolar-Disorder)-
शिशु-में-बाइपोलर-डिसऑर्डर
गर्भधारण-कारण,-लक्षण-और-इलाज
त्वचा-की-झुर्रियां-कम-करें-घरेलु-नुस्खे
गर्भावस्था-की-खुजली
शिशु-में-कब्ज-की-समस्या-का-घरेलु-उपचार-
आहार-जो-माइग्रेन-के-दर्द-को-बढ़ाते-हैं
शिशु-की-तिरछी-आँख-का-घरेलु-उपचार
शिशु-की-आंखों-में-काजल-या-सुरमा-हो-सकता-है-खतरनाक-
शिशु-का-घुटनों-के-बल-चलने-के-फायेदे
शिशु-में-कब्ज-की-समस्या-और-घरेलु-उपचार
नवजात-शिशु-और-बच्चों-के-स्वस्थ-के-लिए-UHT-Milk
बच्चों-के-टेड़े-मेढे-दांत-crooked-teeth-remedy
अंगूठा-चूसने-से-शिशु-के-दांत-ख़राब
शिशु-के-दांतों-के-बीच-गैप-डायस्टेमा-कारण-और-उपचार
पराठे-से-शिशु-बीमार-ग्लूटेन-एलर्जी
बच्चे-सोते-हुए-अपने-दातों-को-क्योँ-पिसते-हैं---इलाज
कैल्शियम-से-भरपूर-आहार-जो-बनायें-बच्चों-को-मजबूत
मिसकैरेज---लक्षण,-कारण-और-बचाव
पोक्सो-एक्ट-POCSO
हाई-ब्लड-प्रेशर-इन-प्रेगनेंसी
क्या-12-महीने-के-शिशु-को-full-fat-UHT-milk-दिया-जा-सकता-है
UHT-Milk-शिशु-को-एक्जिमा-से-बचाता-है
क्या-UHT-Milk-ताजे-दूध-से-बेहतर-है

Most Read

गर्भ-में-लड़का-होने-के-लक्षण-इन-हिंदी
बच्चे-का-वजन
टीकाकरण-चार्ट-2018
शिशु-का-वजन-बढ़ाएं
बच्चों-में-यूरिन
बच्चों-को-गोरा-करने-का-तरीका-
कई-दिनों-से-जुकाम
खांसी-की-अचूक-दवा
बंद-नाक
balgam-wali-khansi-ka-desi-ilaj
sardi-jukam
सर्दी-जुकाम-की-दवा
बच्चे-की-भूख-बढ़ाने-के-घरेलू-नुस्खे

Other Articles

7 लक्षण - शिशु के दांतों में संक्रमण के 7 लक्षण
शिशु-के-दांतों-में-संक्रमण-के-7-लक्षण इस असान तरीके से बच्चों के दांतों के संक्रमण को समय रहते पहचाने ताकि बच्चों को दांतों के दर्द से बचाया जा सके। सभी जानते हैं की दांतों का दर्द कितना कितना कष्टकारी होता है। बच्चे दिन भर कुछ ना कुछ खाते ही रहते हैं इस वजह से उनके दांतों में संक्रमण की सम्भावना बनी रहती है। बच्चों के दांतों में संक्रमण को पहचानने के 7 तरीके।
Read More...

प्रेगनेंसी में अपच (indigestion) - कारण और निवारण
अपच-Indigestion-or-dyspepsia गर्भावस्था के दौरान अपच का होना आम बात है। लेकिन प्रेगनेंसी में (बिना सोचे समझे) अपच की की दावा लेना हानिकारक हो सकता है। इस लेख में आप पढ़ेंगी की गर्भावस्था के दौरान अपच क्योँ होता है और आप घरेलु तरीके से अपच की समस्या को कैसे हल कर सकती हैं। आप ये भी पढ़ेंगी की अपच की दावा (antacids) खाते वक्त आप को क्या सावधानियां बरतने की आवश्यकता है।
Read More...

बच्चों पे चिल्लाना उनके बौधिक विकास को बाधित करता है
बच्चों-पे-चिल्लाना सभी बच्चे नटखट होते हैं। लेकिन बच्चों पे चलाना ही एक मात्र समस्या का हल नहीं है। सच तो ये है की आप के चिल्लाने के बाद बच्चे ना तो आप की बात सुनना चाहेंगे और ना ही समझना चाहेंगे। बच्चों को समझाने के प्रभावी तरीके अपनाएं। इस लेख में हम आप को बताएँगे की बच्चों पे चिल्लाने के क्या - क्या बुरे प्रभाव पड़ते हैं।
Read More...

नेबुलाइजर (Nebulizer) से शिशु के जुकाम का इलाज - Zukam Ka ilaj
नेबुलाइजर-Nebulizer-zukam-ka-ilaj डाक्टर बच्चों को नेबुलाइजर (Nebulizer) की सलाह देते हैं जब बच्चे को बहुत ज्यादा जुखाम हो जाता है जिस वजह से बच्चा रात को ठीक से सो भी नहीं पता है। नेब्युलाइज़र शिशु में जमे कफ (mucus) को कम करता है और शिशु के लिए साँस लेना आरामदायक बनता है। नेबुलाइजर (Nebulizer) के फायेदे, साइड इफेक्ट्स और इस्तेमाल का तरीका। इसका इस्तेमाल सिस्टिक फाइब्रोसिस, अस्थमा, सीओपीडी और अन्य सांस के रोगों के उपचार के लिए भी किया जाता है।
Read More...

शिशु को 15-18 महीने की उम्र में लगाये जाने वाले टीके
15-18-महीने-पे-टीका शिशु को 15-18 महीने की उम्र में कौन कौन से टिके लगाए जाने चाहिए - इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी यहां प्राप्त करें। ये टिके आप के शिशु को मम्प्स, खसरा, रूबेला से बचाएंगे। सरकारी स्वस्थ शिशु केंद्रों पे ये टिके सरकार दुवारा मुफ्त में लगाये जाते हैं - ताकि हर नागरिक का बच्चा स्वस्थ रह सके।
Read More...

शिशु को 9 महीने की उम्र में लगाये जाने वाले टीके
-9-महीने-पे-टीका शिशु के नौ महीने पुरे होने पे केवल दो ही टीके लगाने की आवश्यकता है - खसरे का टीका और पोलियो का टिका। हर साल भारत में 27 लाख बच्चे खसरे के संक्रमण के शिकार होते है। भारत में शिशु मृत्यु दर का सबसे बड़ा कारण खसरा है।
Read More...

शिशु को 10 सप्ताह (ढाई माह) की उम्र में लगाये जाने वाले टीके
ढाई-माह-टीका- शिशु को 10 सप्ताह (ढाई माह) की उम्र में कौन कौन से टिके लगाए जाने चाहिए - इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी यहां प्राप्त करें। ये टिके आप के शिशु को कई प्रकार के खतरनाक बिमारिओं से बचाएंगे। सरकारी स्वस्थ शिशु केंद्रों पे ये टिके सरकार दुवारा मुफ्त में लगाये जाते हैं - ताकि हर नागरिक का बच्चा स्वस्थ रह सके।
Read More...

किस उम्र में शिशु को आइस क्रीम (ice-cream) देना उचित है|
शिशु-को-आइस-क्रीम शिशु को बहुत छोटी उम्र में आइस क्रीम (ice-cream) नहीं देना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योँकि नवजात शिशु से ले कर एक साल तक की उम्र के बच्चों का शरीर इतना विकसित नहीं होता ही वो अपने शरीर का तापमान वयस्कों की तरह नियंत्रित कर सकें। इसलिए यह जाना बेहद जरुरी है की बच्चे को किस उम्र में आइस क्रीम (ice-cream) दिया जा सकता है।
Read More...

बच्चे बुद्धिमान बनते हैं जब आप हर दिन उनसे बात करते हैं|
बच्चे-बुद्धिमान आज के बदलते परिवेश में जो माँ-बाप समय निकल कर अपने बच्चों के साथ बातचीत करते हैं, उसका बेहद अच्छा और सकारात्मक प्रभाव उनके बच्चों पे पड़ रहा है। बच्चों की अच्छी परवरिश करने के लिए सिर्फ पैसों की ही नहीं वरन समय की भी जरुरत पड़ती है। बच्चे माँ-बाप के साथ जो क्वालिटी समय बिताते हैं, वो आप खरीद नहीं सकते हैं। बच्चों को जितनी अच्छे से उनके माँ-बाप समझ सकते हैं, कोई और नहीं।
Read More...

अंगूर को आसानी से किस तरह छिलें
अंगूर-को-आसानी-से-किस-तरह-छिलें- अगर आप किसी भी कारण से अंगूर का छिलका उतरना चाहते हैं, तो इसका एक आसन और नायब तरीका है जिसके मदद से आप झट से ढेरों अंगूर के छिलकों को निकल सकते हैं| अब आप बिना समस्या के आसानी से अंगूर का छिलका उत्तार सकेंगे|
Read More...

3 महीने के बच्चे की देख भाल कैसे करें
3-महीने-का-बच्चे-की-देख-भाल-कैसे-करें चूँकि इस उम्र मे बच्चे अपने आप को पलटना सीख लेते हैं और ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं, आप को इनका ज्यादा ख्याल रखना पड़ेगा ताकि ये कहीं अपने आप को चोट न लगा लें या बिस्तर से निचे न गिर जाएँ।
Read More...

Apps जो बचाये आपके बच्चों को Online ख़तरों से
बच्चों-की-online-सुरक्षा कुछ सॉफ्टवेयर हैं जो पेरेंट्स की मदद करते हैं बच्चों को इंटरनेट की जोखिमों से बचाने में। इन्हे पैरेंटल कन्ट्रो एप्स (parental control apps) के नाम से जाना जाता है। हम आपको कुछ बेहतरीन (parental control apps) के बारे में बताएँगे जो आपके बच्चों की सुरक्षा करेगा जब आपके बच्चे ऑनलाइन होते हैं।
Read More...

भारत में बच्चों के लिए 15 सर्वश्रेष्ठ सनस्क्रीन (Best Sunscreen for babies)
सर्वश्रेष्ठ-सनस्क्रीन आप के बच्चे के लिए सही सनस्क्रीन का चुनाव तब तक संभव नहीं है जब तक की आप को यह न पता हो की आप के बच्चे की त्वचा किस प्रकार की है और कितने प्रकार के सनस्क्रीन बाजार में उपलब्ध हैं।
Read More...

एम एम आर (मम्प्स, खसरा, रूबेला) वैक्सीन - Schedule और Side Effects
एम-एम-आर एम एम आर (मम्प्स, खसरा, रूबेला) वैक्सीन (MM R (mumps, measles, rubella vaccine) Vaccination in Hindi) - हिंदी, - मम्प्स, खसरा, रूबेला का टीका - दवा, ड्रग, उसे, जानकारी, प्रयोग, फायदे, लाभ, उपयोग, दुष्प्रभाव, साइड-इफेक्ट्स, समीक्षाएं, संयोजन, पारस्परिक क्रिया, सावधानिया तथा खुराक
Read More...

रोटावायरस वैक्सीन (RV) - Schedule और Side Effects
रोटावायरस रोटावायरस वैक्सीन (RV) (Rotavirus Vaccine in Hindi) - हिंदी, - रोटावायरस वैक्सीन का टीका - दवा, ड्रग, उसे, जानकारी, प्रयोग, फायदे, लाभ, उपयोग, दुष्प्रभाव, साइड-इफेक्ट्स, समीक्षाएं, संयोजन, पारस्परिक क्रिया, सावधानिया तथा खुराक
Read More...

सेब से बना पुडिंग बच्चों के लिए
सेब-पुडिंग सेब और चावल से बना ये पुडिंग बच्चों को बहुत पसंद आता है। साथ ही यह बच्चे के स्वस्थ्य के लिए बहुत लाभप्रद भी है। इस रेसिपी से शिशु को सेब के साथ चावल के भी पोषक तत्वों मिल जाते हैं। सेब से बना ये पुडिंग शिशु को आसानी इ पच जाता है।
Read More...

पांच दालों से बनी सेहत से भरपूर खिचड़ी
पांच-दलों-से-बनी-खिचडी पांच दालों से बनी खिचड़ी से बच्चो को कई प्रकार के पोषक तत्त्व मिलते हैं जैसे की फाइबर, विटामिन्स, और मिनरल्स (minerals)| मिनरल्स शरीर के हडियों और दातों को मजबूत करता है| यह मेटाबोलिज्म (metabolism) में भी सहयोग करता है| आयरन शरीर में रक्त कोशिकाओं को बनाने में मदद करता है और फाइबर पाचन तंत्र को दरुस्त रखता है|
Read More...

ठंड में बढ़ जाता है हाइपोथर्मिया का खतरा
हाइपोथर्मिया-hypothermia हाइपोथर्मिया होने पर बच्चे के शरीर का तापमान, अत्यधिक कम हो जाता है। हाईपोथर्मिया से पीड़ित वे बच्चे होते हैं, जो अत्यधिक कमज़ोर होते हैं। बच्चा यदि छोटा हैं तो उससे अपने गोद में लेकर ,कम्बल आदि में लपेटकर उससे गर्मी देने की कोशिश करें।
Read More...

क्यों होते हैं बच्चें कुपोषण के शिकार?
बच्चो-में-कुपोषण बच्चो में कुपोषण का मतलब भूख से नहीं है। हालाँकि कई बार दोनों साथ साथ होता है। गंभीर रूप से कुपोषण के शिकार बच्चों को उसकी बढ़ने के लिए जरुरी पोषक तत्त्व नहीं मिल पाते। बच्चों को कुपोषण से बचने के लिए हर संभव प्रयास जरुरी हैं क्योंकि एक बार अगर बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाये तो उसे दोबारा ठीक नहीं किया जा सकता।
Read More...

बच्चों में अण्डे से एलर्जी
बच्चों-में-अण्डे-एलर्जी अंडे से एलर्जी होने पर बच्चों के त्वचा में सूजन आ जाना , पूरे शरीर में कहीं भी चकत्ता पड़ सकता है ,खाने के बाद तुरंत उलटी होना , पेट में दर्द और दस्त होना , पूरे शरीर में ऐंठन होना , पाचन की समस्या होना, बार-बार मिचली आना, साँस की तकलीफ होना , नाक बहना, लगातार खाँसी आना , गले में घरघराहट होना , बार- बार छीकना और तबियत अनमनी होना |
Read More...

Copyright: Kidhealthcenter.com