Category: शिशु रोग

बच्चों को गर्मी से बचाने के उपाय

By: Vandana Srivastava | 5 min read

सबसे ज्यादा बच्चे गर्मियों के मौसम में बीमार पड़ते हैं और जल्दी ठीक भी नहीं होते| गर्मी लगने से जहां एक और कमजोरी बढ़ जाती है वहीं दूसरी और बीमार होने का खतरा भी उतना ही अधिक बढ़ जाता है। बच्चों को हम खेलने से तो नहीं रोक सकते हैं पर हम कुछ सावधानियां अपनाकर उनको गर्मी से होने वाली बीमारियों से जरूर बचा सकते हैं |

बच्चे को गर्मी से बचाने के तरीके

जाड़े की सर्द रातें और दिन की कुनकुनी धूप के जाते ही गर्मी का एहसास होने लगता है। मार्च का महीना आते ही गर्म कपड़े हटा कर पंखें , कूलर और ए सी चलने लगते हैं।सूर्य देवता के तीखे तेवर देख कर अब घर से बाहर निकलना कठिन हो जाता है खास कर बच्चों के लिए। आपको अपने बच्चे को गर्मी से बचाने के लिए उसके बाहरी त्वचा का और उसके खान-पान का ध्यान रखना होता है।

इस लेख में आप सीखेंगे - You will read in this article

  1. बच्चों की धूप से कैसे रक्षा करें
  2. बच्चे को ठण्ड में रखे
  3. बच्चों को हाइड्रेट रखने के तरीके
  4. खानपान का रखें ध्यान
  5. गर्मियों में यह सावधानी बरतें
  6. घमौरियों और सनबर्न से बचाव करें
  7. शिशु को धूप से बचाने के लिए टोपी या हैट पहना सकते हैं
  8. Watch Video: गर्मियों में बच्चों को बिमारियों से कैसे बचाएं

बच्चों की धूप से कैसे रक्षा करें

बच्चों की धूप से कैसे रक्षा करें - How to protect your children from scorching hot sun?

अगर आप अपने बच्चे के साथ वेकेशन पर गए हैं,  तो आप को दिन की धूप में जाने से बचना चाहिये।  इस समय को आप छाये में बिताए। 

बच्चे को ठण्ड में रखे - How to keep your children cool in summer in Hindi?

तापमान बढ़ते ही गर्मी और थकावट चिंता का विषय बन जाता है। इससे बचने के लिए आप आप बच्चे के ऊपर पानी के छींटे बोतल या होस से करें, और उसको पंखा करें  और उसको ठंडे और छाये वाले जगह पर लिटा दे।

बच्चों को हाइड्रेट रखने के तरीके - Quick ways to keep your children well hydrated

अपने बच्चे को कहें कि जब भी उन्हें प्यास लगे तो पानी पीये ताकि उनके शरीर का तापमान सामान्य रहे। अधिक प्यास लगने पर ग्लूकोज़ पानी में मिला कर पिये। यह बच्चों के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा सुझाव है।

बच्चे को जब भी प्यास लगे तो पानी दीजिये

खानपान का रखें ध्यान - Take care of their food and diet

गर्मियों के दिनों में बच्चों की पाचन शक्ति अक्सर कमजोर हो जाती है इसलिए बच्चों को हल्का तथा पौष्टिक भोजन ही दीजिये। साथ ही ठंडे और गर्म दोनों चीजों का साथ सेवन ना करने दें।

  •  अपने बच्चे को हमेशा ताज़ा और साफ खाना खिलायें। यह गर्मी के महीनों में खास तौर पर महत्वपूर्ण है, क्योंकि गर्मी में पका हुआ भोजन बहुत जल्दी खराब हो जाता है, विशेषकर रखा हुआ खाना।
  •  मौसम के अनुकूल फलों का सेवन बच्चो को करायें। जैसे तरबूज़, लीची, आम, जामुन आदि।
  •  अपने बच्चे को कच्चे आम का रस ज़रूर पिलायें। यदि बच्चे को धूप लग जाती है तो कच्चे आम को उबाल कर उसका छिलका उतार कर ठंडे पानी में उसके गूदे को मिला कर, उसमें नमक, चीनी और भुना जीरा पीस कर मिलाकर अपने बच्चे को पिलायें।
  •  अगर आपके शिशु की उम्र छह महीने से कम है और आप उसे केवल स्तनपान करवा रही हैं, तो उसे अतिरिक्त पानी देने की जरूरत नहीं है। गर्म मौसम में, हो सकता है आपका शिशु थोड़ी-थोड़ी मात्रा में ज्यादा बार स्तनपान करना चाहे। आपके स्तन के दूध से उसे पर्याप्त तरल मिल जाएगा। इस तरह थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दूध पीने से उसे अतिरिक्त अग्रदूध मिल भी मिल जाता है। 

  गर्मियों में यह सावधानी बरतें - Precautions that you should take

गर्मी के महीनों में, मालिश के तेल का कम इस्तेमाल करना बेहतर होता है। बहरहाल, अगर आप गर्मियों में भी बच्चे की मालिश करना चाहती हैं, तो ठंडक देने वाले तेल जैसे जैतून या नारियल के तेल को लगायें।

घमौरियों और सनबर्न से बचाव करें - Protect your children from sunburn and rashes in hindi

अत्यधिक गर्मी से त्वचा में दाने और रैशेस की समस्या आती है। इससे बचने के लिए आप बच्चों को डेटोल पानी में डालकर नहलायें तथा घमौरी नाशक कोई पाउडर लगाएं ताकि उन्हें इस तरह की कोई परेशानी ना हो।

शिशु को धूप से बचाने के लिए टोपी या हैट पहना सकते हैं। - Use large hats to protect your child from scorching sun

बच्चे को धूप से बचाने के लिए टोपी दें

धूप में बाहर जाते समय अपने बच्चे को आपकी डॉक्टर द्वारा बताया गया सनस्क्रीन अवश्य लगाएं। यह सनस्क्रीन सूरज की हानिकारक किरणों से शिशु की रक्षा करेगी।

गर्मियों का मतलब मलेरिया और डेंगू जैसे रोगों को फैलाने वाले मच्छरों का होना भी है। अपने बच्चे के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें।

कोई भी घरेलू उपचार इस्तेमाल करने के बारे में सावधानी बरतिए। इस समय उसकी प्रतिरक्षण प्रणाली ज्यादा मजबूत नहीं होती। अतः इस मौसम में आपको अपने बच्चे का खास ध्यान देना होगा जिससे बच्चा स्वस्थ रहे।  

Video: गर्मियों में बच्चों को बिमारियों से कैसे बचाएं - How to protect your child from diseases in hot summer climate?

Important Note: यहाँ दी गयी जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्‍तविकता सुनिश्‍चित करने का हर सम्‍भव प्रयास किया गया है । यहाँ सभी सामग्री केवल पाठकों की जानकारी और ज्ञानवर्धन के लिए दी गई है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि यहाँ दिए गए किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्‍सक से अवश्‍य संपर्क करें। आपका चिकित्‍सक आपकी सेहत के बारे में बेहतर जानता है और उसकी सलाह का कोई विकल्‍प नहीं है। अगर यहाँ दिए गए किसी उपाय के इस्तेमाल से आपको कोई स्वास्थ्य हानि या किसी भी प्रकार का नुकसान होता है तो kidhealthcenter.com की कोई भी नैतिक जिम्मेदारी नहीं बनती है।

बच्चों-में-अण्डे-एलर्जी
दस्त-में-शिशु-आहार
बच्चे-को-दूध-से-एलर्जी
टीकाकरण-चार्ट-2018
बच्चों-मे-सीलिएक
बच्चों-में-स्किन-रैश-शीतपित्त

Most Read

गर्भ-में-लड़का-होने-के-लक्षण-इन-हिंदी
बच्चे-का-वजन
टीकाकरण-चार्ट-2018
शिशु-का-वजन-बढ़ाएं
बच्चों-में-यूरिन
बच्चों-को-गोरा-करने-का-तरीका-
कई-दिनों-से-जुकाम
खांसी-की-अचूक-दवा
बंद-नाक
balgam-wali-khansi-ka-desi-ilaj
sardi-jukam
सर्दी-जुकाम-की-दवा
बच्चे-की-भूख-बढ़ाने-के-घरेलू-नुस्खे

Other Articles

जानलेवा हो सकता है गर्भावस्था में Vitamin B12 का ना लेना
जानलेवा-हो-सकता-है-गर्भावस्था-में-Vitamin-B12-का-ना-लेना पूरी गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला के लिए यह बहुत आवश्यक है की वह ऐसे पोषक तत्वों को अपने आहार में सम्मिलित करें जो गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला के शरीर में कई प्रकार के परिवर्तन होते हैं तथा गर्भ में पल रहे शिशु का विकास भी बहुत तेजी से होता है और इस वजह से शरीर को कई प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता पड़ती है। पोषक तत्वों की कमी शिशु और माँ दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसी तरह का एक बहुत महत्वपूर्ण पोषक तत्व है Vitamin B12.
Read More...

पोक्सो एक्ट (POCSO) क्या है - सम्पूर्ण जानकारी
पोक्सो-एक्ट-POCSO पोक्सो एक्ट बच्चों पे होने वाले यौन शोषण तथा लैंगिक अपराधों से उनको सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक महत्वपूर्ण अधिनियम है। 2012 में लागु हुआ यह संरक्षण अधिनियम एवं नियम, 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों पे हो रहे लैंगिक अपराधों पे अंकुश लगाने के लिए किया गया है। Protection of Children from Sexual Offences Act (POCSO) का उल्लेख सेक्शन 45 के सब- सेक्शन (2) के खंड “क” में मिलता है। इस अधिनियम के अंतर्गत 12 साल से कम उम्र के बच्चे के साथ यौन उत्पीडन करने वाले दोषी को मौत की सजा या आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान निर्धारित किया गया है।
Read More...

प्रेग्नेंसी में उल्टी और मतली अच्छा संकेत है - जानिए क्योँ?
प्रेग्नेंसी-में-उल्टी-और-मतली गर्भवती महिला में उल्टी और मतली का आना डोक्टर अच्छा संकेत मानते हैं। इसे मोर्निंग सिकनेस भी कहते हैं और इसकी वजह है स्त्री के शारीर में प्रेगनेंसी हॉर्मोन (hCG) का बनना। जाने क्योँ जरुरी है गर्भावस्था में उल्टी और मतली के लक्षण और इसके ना होने से गर्भावस्था को क्या नुक्सान पहुँच सकता है।
Read More...

सर्दी जुकाम की दवा - तुरंत राहत के लिए उपचार
सर्दी-जुकाम-की-दवा कुछ साधारण से उपाय जो दूर करें आप के बच्चे की खांसी और जुकाम को पल में - सर्दी जुकाम की दवा - तुरंत राहत के लिए उपचार। बच्चों की तकलीफ को दूर करने के लिए बहुत से आयुर्वेदिक घरेलु उपाय ऐसे हैं जो आप के किचिन (रसोई) में पहले से मौजूद है। बस आप को ये जानना है की आप उनका इस्तेमाल किस तरह कर सकती हैं अपने शिशु के खांसी को दूर करने के लिए।
Read More...

शिशु में चिकनगुनिया (Chikungunya) के लक्षण और बचाव
चिकनगुनिया चिकनगुनिया का प्रकोप भारत के कई राज्योँ में फ़ैल रहा है। इसके लक्षण बहुत ही भ्रमित कर देने वाले हैं। ऐसा इस लिए क्योँकि इसके लक्षण बहुत हद तक मलेरिया से मिलते जुलते हैं।
Read More...

अकस्मात शिशु मृत्यु सिंड्रोम (SIDS) - कारण और बचाव
SIDS कुछ बातों का ख्याल अगर रखा जाये तो शिशु को SIDS की वजह से होने वाली मौत से बचाया जा सकता है। अकस्मात शिशु मृत्यु सिंड्रोम (SIDS) की वजह शिशु के दिमाग के उस हिस्से के कारण हो सकता है जो बच्चे के श्वसन तंत्र (साँस), दिल की धड़कन और उनके चलने-फिरने को नियंत्रित करता है।
Read More...

बच्चे जब ट्यूशन पढ़ें तो रखें इन बातों का ख्याल
बच्चे-ट्यूशन जब आपका बच्चा बड़े क्लास में पहुँचता है तो उसके लिए ट्यूशन या कोचिंग करना आवश्यक हो जाता है ,ऐसे समय अपने बच्चे को ही इस बात से अवगत करा दे की वह अपना ध्यान खुद रखें। अपने बच्चे को ट्यूशन भेजने से पहले उसे मानसिक रूप से तैयार केर दे की उसे क्या पढाई करना है।
Read More...

दही चावल बनाने की विधि - शिशु आहार
दही-चावल दही तो दूध से बना है, तो जाहिर है की इससे आप के शिशु को calcium भरपूर मिलेगा| दही चावल या curd rice, तुरंत बन जाने वाला बेहद आसान आहार है| इसे बनान आसान है इसका मतलब यह नहीं की यह पोशाक तत्वों के मामले में कम है| यह बहुत से पोषक तत्वों का भंडार है| baby food शिशु आहार 9 month to 12 month baby
Read More...

चावल का खीर बनाने की विधि - शिशु आहार
चावल-का-खीर चावल का खीर मुख्यता दूध में बनता है तो इसमें दूध के सारे पौष्टिक गुण होते हैं| खीर उन चुनिन्दा आहारों में से एक है जो बच्चे को वो सारे पोषक तत्त्व देता है जो उसके बढते शारीर के अच्छे विकास के लिए जरुरी है|
Read More...

बच्चों का लम्बाई बढ़ाने का आसान घरेलु उपाय
बच्चों-का-लम्बाई अगर आप यह चाहते है की आप का बच्चा भी बड़ा होकर एक आकर्षक व्यक्तित्व का स्वामी बने तो इसके लिए आपको अपने बच्चे के खान - पान और रहन - सहन का ध्यान रखना होगा।
Read More...

बच्चों के मजबूत हड्डियों के लिए उत्तम आहार
मजबूत-हड्डियों-के-लिए-आहार बचपन के समय का खान - पान और पोषण तथा व्यायाम आगे चल कर हड्डियों की सेहत निर्धारित करते हैं। आइये अब हम आपको कुछ ऐसे आहार से परिचित कराते है , जिससे आपके बच्चे को कैल्शियम और आयरन से भरपूर पोषक तत्व मिले।
Read More...

बच्चों को दूध पीने के फायदे
दूध-के-फायदे माँ के दूध से मिलने वाले होर्मोनेस और एंटीबाडीज बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरुरी है| ये बच्चे के शरीर को viruses और bacteria से मुकाबला करने में सक्षम बनता है| स्तनपान वाले बच्चों में कान का infection, साँस की बीमारी और diarrhea कम होता है| उन बच्चों को डॉक्टर को भी कम दिखाना पड़ता है|
Read More...

गर्मियों में बच्चों को घमोरियों से कैसे बचाएं - घमोरी का घरेलू इलाज
घमोरी-का-घरेलू-इलाज शरीर पर घमौरियों के छोटे-छोटे दानों में खुजली व जलन होती है। गर्मी की वजह से सिर्फ घमौरियाँ ही नहीं होती बल्कि लू लगना भी एक आम बात है|घमौरियों का इलाज घर पर आसानी से किया जा सकता है|
Read More...

सूजी का खीर छोटे बच्चों के लिए शिशु आहार (Sooji Kheer For Baby)
सूजी-का-खीर अगर आप का शिशु 6 महिने का हो गया है और आप सोच रही हैं की अपने शिशु को क्या दें खाने मैं तो - सूजी का खीर सबसे बढ़िया विकल्प है। शरीर के लिए बेहद पौष्टिक, यह तुरंत बन के त्यार हो जाता है, शिशु को इसका स्वाद बहुत पसंद आता है और इसे बनाने में कोई विशेष तयारी भी करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
Read More...

बच्चों की त्वचा को गोरा करने का घरेलू तरीका
बच्चों-को-गोरा-करने-का-तरीका- बच्चों को गोरा करने के कुछ तरीके हैं (rang gora karne ka tarika) जिनके इस्तेमाल से आप अपने बच्चे को जीवन भर के लिए साफ और गोरी त्वचा दे सकतें हैं। हर माँ आपने बच्चों को लेके बहुत सी चीज़ों के लिए चिंतित रहती है। उनमें से एक है बच्चे की त्वचा। अक्सर मायें चाहती हैं की उनके बच्चे की त्वचा मे कोई दाग न हो।
Read More...

6 से 12 वर्ष के शिशु को क्या खिलाएं - Indian Baby food diet chart
6-से-12-वर्ष-के-शिशु-को-क्या-खिलाएं आपके बच्चे के लिए किसी भी नए खाद्य पदार्थ को देने से पहले (before introducing new food) अपने बच्चे के भोजन योजना (diet plan) के बारे में चर्चा। भोजन अपने बच्चे को 5 से 6 महीने पूरा होने के बाद ही देना शुरू करें। इतने छोटे बच्चे का पाचन तंत्र (children's digestive system) पूरी तरह विकसित नहीं होता है
Read More...

क्यों होते हैं बच्चें कुपोषण के शिकार?
बच्चो-में-कुपोषण बच्चो में कुपोषण का मतलब भूख से नहीं है। हालाँकि कई बार दोनों साथ साथ होता है। गंभीर रूप से कुपोषण के शिकार बच्चों को उसकी बढ़ने के लिए जरुरी पोषक तत्त्व नहीं मिल पाते। बच्चों को कुपोषण से बचने के लिए हर संभव प्रयास जरुरी हैं क्योंकि एक बार अगर बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाये तो उसे दोबारा ठीक नहीं किया जा सकता।
Read More...

क्या शिशु को शहद देना सुरक्षित है?
शहद-के-फायदे छोटे बच्चों के लिए शहद के कई गुण हैं। शहद बच्चों को लम्बे समय तक ऊर्जा प्रदान करता है। शदह मैं पाए जाने वाले विटामिन और मिनिरल जखम को जल्द भरने में मदद करते है, लिवर की रक्षा करते हैं और सर्दियों से बचते हैं।
Read More...

दिमागी बुखार - मेनिन्जइटिस (Meningitis) का वैक्सीन
दिमागी-बुखार दिमागी बुखार (मेनिन्जइटिस) की वजह से दिमाग को नुकसान और मौत हो सकती है। पहले, बहुत अधिक बच्चों में यह बीमारियां पाई जाती थी, लेकिन टीकों के इस्तेमाल से इस पर काबू पाया गया है। हर माँ बाप को अपने बच्चों को यह टिका अवश्य लगवाना चाहिए।
Read More...

बच्चों में सर्दी और खांसी के घरेलु उपचार
बच्चों-में-सर्दी सर्दी - जुकाम और खाँसी (cold cough and sore throat) को दूर करने के लिए कुछ आसान से घरेलू उपचार (home remedy) दिये जा रहे हैं, जिसकी सहायता से आपके बच्चे को सर्दियों में काफी आराम मिलेगा।
Read More...

Copyright: Kidhealthcenter.com